आख़िर तक – एक नज़र में
- नागपुर के साइकोलॉजिस्ट राजेश धोक पर 50 लड़कियों का यौन शोषण करने का आरोप है।
- यह अपराध उन्होंने 15 वर्षों तक काउंसलिंग के नाम पर किया।
- पुलिस ने तीन मामलों में POCSO ऐक्ट और SC-ST ऐक्ट के तहत केस दर्ज किए हैं।
- उनकी धमकियों के कारण पीड़ित लंबे समय तक चुप रहीं।
- एक शिकायत के बाद पुलिस ने विशेष जांच टीम गठित की।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
15 साल तक चला अपराध
नागपुर के साइकोलॉजिस्ट राजेश धोक पर 50 लड़कियों के साथ यौन शोषण का गंभीर आरोप है। उन्होंने ग्रामीण इलाकों जैसे भंडारा और गोंदिया में पर्सनल डेवलपमेंट कैंप का आयोजन कर लड़कियों को शिकार बनाया।
काउंसलिंग के नाम पर फंसाया
राजेश ने लड़कियों को व्यक्तिगत काउंसलिंग देने के बहाने अलग से बुलाया। उन्होंने इस दौरान उनके आपत्तिजनक फोटो खींचे और वीडियो बनाए।
ब्लैकमेलिंग और धमकियां
इन सामग्रियों का इस्तेमाल कर उन्होंने पीड़ितों को चुप रहने पर मजबूर किया। शादी के बाद भी धमकी देकर अपराध जारी रखा।
स्थानीय महिलाओं को भी बनाया निशाना
राजेश पर स्थानीय महिलाओं के साथ छेड़छाड़ का आरोप भी है। इस कारण उन्हें कई बार पीटा गया, लेकिन उनका व्यवहार नहीं बदला।
शिकायत के बाद खुलासा
एक पूर्व छात्रा की शिकायत से मामला सामने आया। पुलिस ने तुरंत POCSO ऐक्ट और अन्य प्रावधानों के तहत केस दर्ज किया और अन्य पीड़ितों को शिकायत दर्ज करने के लिए प्रोत्साहित किया।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- 15 वर्षों तक चले यौन शोषण की गंभीर घटना नागपुर से आई है।
- POCSO ऐक्ट के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
- समाज को ऐसी घटनाओं पर सजगता से कार्रवाई करनी चाहिए।
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