पुरानी आयकर व्यवस्था को छोड़ने का सरकार का अंतिम प्रयास?

आख़िर तक
3 Min Read
पुरानी आयकर व्यवस्था को छोड़ने का सरकार का अंतिम प्रयास?

आख़िर तक – एक नज़र में:

  1. बजट 2025-26 में वित्त मंत्री ने 12 लाख रुपये तक की आय पर कर में छूट देने की घोषणा की।
  2. यह छूट केवल नए आयकर व्यवस्था को अपनाने वाले लोगों के लिए है, पुरानी व्यवस्था में कोई छूट नहीं।
  3. नए आयकर व्यवस्था में कम कागजी काम की जरूरत है, जो इसे आकर्षक बनाता है।
  4. सरकार पुरानी आयकर व्यवस्था को खत्म करने के लिए कदम उठा रही है।
  5. क्या यह पुरानी व्यवस्था का अंत है? यह सवाल हर करदाता के मन में है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार:

नए आयकर व्यवस्था का आकर्षण:

बजट 2025-26 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि अब 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई कर नहीं लिया जाएगा, बशर्ते कि करदाता नए आयकर व्यवस्था को अपनाएं। इस घोषणा से लाखों करदाता खुश हुए हैं, लेकिन साथ ही एक सवाल उठता है: क्या यह पुरानी आयकर व्यवस्था का अंत है?

- विज्ञापन -

पुरानी और नए आयकर व्यवस्था में अंतर:

सरकार ने 2020 में नए आयकर व्यवस्था की शुरुआत की थी, जो कि सरल और कम कागजी काम वाली है। जबकि पुरानी व्यवस्था में करदाताओं को निवेश पर छूट और विभिन्न प्रकार की छूट मिलती थी, नए व्यवस्था में इसका कोई स्थान नहीं है। इस व्यवस्था में करदाता को अपनी आय और खर्च के बारे में प्रमाण प्रस्तुत करने की जरूरत नहीं होती, जिससे यह कम समय लेने वाली और सुविधाजनक बन जाती है।

- विज्ञापन -

कौन सा विकल्प ज्यादा लाभकारी है?

पुरानी व्यवस्था में उच्च वेतन और कई तरह के निवेशों पर छूट मिलती है, लेकिन अब नए स्लैब और छूट के साथ, पुरानी व्यवस्था पर आधारित बचत लगभग असंभव हो सकती है। नए व्यवस्था में 12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं है, जबकि पुरानी व्यवस्था में इस सीमा के बाद भी टैक्स चुकाना पड़ता है।

- विज्ञापन -

सरकार की योजना और आगामी बदलाव:

अब सवाल यह है कि क्या सरकार पुरानी व्यवस्था को पूरी तरह से समाप्त करने की योजना बना रही है? इसके बारे में सरकार ने फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन बजट 2025-26 में उठाए गए कदम इसे स्पष्ट रूप से संकेत देते हैं। यदि पुरानी व्यवस्था समाप्त होती है, तो छोटे निवेश योजनाओं को नुकसान हो सकता है, जो आयकर छूट से जुड़े हैं।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें:

  1. बजट 2025-26 ने नए आयकर व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण छूटों की घोषणा की।
  2. नए व्यवस्था में 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई कर नहीं।
  3. पुरानी व्यवस्था में निवेश छूटों का लाभ होता है, लेकिन नए व्यवस्था में यह छूट नहीं मिलती।
  4. क्या यह पुरानी व्यवस्था का अंत है? अभी इसका कोई स्पष्ट संकेत नहीं है।

Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

author avatar
आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
Leave a Comment

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

करवा चौथ: महत्व और उत्सव खोया हुआ मोबाइल कैसे ढूंढे: आसान और तेज़ तरीके