आख़िर तक – एक नज़र में
- कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रेप और मर्डर की शिकार हुई डॉक्टर के माता-पिता ने दोषी संजय रॉय के लिए मौत की सजा का विरोध किया।
- उनकी वकील, गर्गी गोस्वामी ने यह जानकारी कलकत्ता हाई कोर्ट में दी।
- वेस्ट बंगाल सरकार और CBI ने संजय रॉय को फांसी की सजा देने के लिए याचिका दायर की है।
- अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनकर अपना निर्णय सुरक्षित रखा।
- मृतका के परिवार ने स्पष्ट रूप से कहा कि हत्या का बदला जीवन की सजा से लिया जा सकता है, न कि मौत की सजा से।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
प्रारंभिक विवरण:
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय महिला डॉक्टर की रेप और हत्या का मामला समाज में भारी हंगामे का कारण बना है। इस जघन्य अपराध का दोषी संजय रॉय, जो अबी हाल ही में मृतका की हत्या में दोषी ठहराया गया था, वेस्ट बंगाल सरकार और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा मौत की सजा का पात्र ठहराने की मांग की गई थी। कलकत्ता हाई कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के बाद अपना निर्णय सुरक्षित रखा है।
माता-पिता का दृष्टिकोण:
मृतका के माता-पिता, हालांकि इस अपराध के कारण पूरी तरह से तबाह हो गए हैं, उन्होंने एक दिलचस्प कदम उठाया है। उनके वकील, गर्गी गोस्वामी ने अदालत में यह बयान दिया कि, “केवल इस कारण कि उनकी बेटी की जान गई है, ऐसा नहीं होना चाहिए कि दोषी भी अपनी जान खो बैठे।” उनका तर्क यह था कि जीवन की सजा ही उचित होगी, न कि मृत्यु दंड।
वकील और सरकारी पक्ष की दलीलें:
विकसित देशों की न्याय व्यवस्था में इस प्रकार के मामलों में कड़े उपाय की आवश्यकता पर हमेशा बहस होती रही है। सरकारी पक्ष और CBI का कहना है कि आरोपी को मौत की सजा मिलनी चाहिए क्योंकि अपराध अत्यंत घिनौना है और समाज के लिए खतरा पैदा करता है।
आखिरकार अदालत का निर्णय:
हाई कोर्ट अब सुनवाई के बाद इस मामले में फैसला देगा, जिससे अपराधी की सजा पर असर पड़ेगा। न्यायलय का यह फैसला देशभर में समानांतर मामलों पर भी असर डाल सकता है। दोनों पक्षों की वकील उपयुक्त बिंदुओं को सामने रखते हुए सजा के मूल्यांकन में भाग लेंगे।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- मृतका के माता-पिता ने आरोपी के लिए मौत की सजा का विरोध किया है।
- वकील गर्गी गोस्वामी ने अदालत में इस पर अपने तर्क रखे हैं।
- सरकार और CBI ने दोषी के लिए मृत्युदंड की मांग की है।
- कलकत्ता हाई कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है।
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