रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप बोले ‘पागलपन’, चीन से शांति में मदद की अपील

3 Min Read
रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप बोले 'पागलपन', चीन से शांति में मदद की अपील

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को ‘पागलपन’ बताते हुए तुरंत संघर्ष विराम की अपील की।
  2. उन्होंने कहा कि चीन शांति समझौता कराने में अहम भूमिका निभा सकता है।
  3. पेरिस में यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से उनकी पहली मुलाकात हुई।
  4. ज़ेलेंस्की ने कहा कि केवल समझौते नहीं, गारंटी ज़रूरी हैं।
  5. क्रेमलिन ने शांति वार्ता के लिए अपनी शर्तें स्पष्ट कीं।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप का बयान

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को “पागलपन” बताते हुए, अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तुरंत संघर्ष विराम और वार्ता शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि चीन इस युद्ध को समाप्त करने में मध्यस्थ की भूमिका निभा सकता है। यह बयान ट्रंप ने रविवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म, Truth Social पर दिया।

ज़ेलेंस्की से पेरिस में मुलाकात

यह बयान तब आया जब ट्रंप ने पेरिस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात की। यह उनकी पहली आमने-सामने की बातचीत थी, जिसे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने होस्ट किया।

ट्रंप ने कहा,

“ज़ेलेंस्की और यूक्रेन शांति समझौता करना चाहते हैं। 4 लाख सैनिक खोने के बाद यह पागलपन रोकने का समय है।”

हालांकि, ज़ेलेंस्की ने ट्रंप के आंकड़ों को खारिज करते हुए कहा कि यूक्रेन ने 43,000 सैनिकों को खोया है और 3,70,000 घायल हुए हैं।

शांति की गारंटी पर ज़ेलेंस्की का जोर

ज़ेलेंस्की ने कहा कि शांति केवल समझौतों से नहीं, बल्कि ठोस गारंटी से आ सकती है। उन्होंने आगाह किया कि बिना गारंटी के संघर्ष फिर से शुरू हो सकता है।

“युद्ध समाप्त करने के लिए हमें स्थायी शांति की गारंटी चाहिए।”

क्रेमलिन की प्रतिक्रिया

रूसी प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि रूस वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन शर्तें स्पष्ट हैं। उन्होंने 2022 के इस्तांबुल समझौतों का हवाला दिया और कहा कि वार्ता में “मौजूदा ज़मीनी हकीकत” को मान्यता दी जानी चाहिए।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • ट्रंप ने युद्ध को “पागलपन” कहा और चीन की भूमिका पर जोर दिया।
  • ज़ेलेंस्की ने स्थायी शांति के लिए गारंटी की आवश्यकता बताई।
  • रूस ने शांति वार्ता के लिए अपनी शर्तें दोहराईं।

Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
Leave a Comment

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Recipe Rating




Exit mobile version