“आख़िर तक – इन शॉर्ट्स” सेगमेंट:
- भारत और चीन के बीच सीमा समझौते के कार्यान्वयन पर चर्चा हुई।
- एस जयशंकर और वांग यी ने G20 शिखर सम्मेलन में मुलाकात की।
- कज़ान ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद यह पहली मंत्री-स्तरीय बैठक थी।
- भारत-चीन सीमा पर सैनिकों की वापसी प्रक्रिया जारी है।
- दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
“आख़िर तक – इन डेप्थ” सेगमेंट:
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने ब्राजील में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान पहली बार बैठक की। यह बैठक उस सीमा समझौते के बाद हुई, जिसमें दोनों देशों ने सीमा विवाद को सुलझाने पर सहमति व्यक्त की थी।
सीमा समझौते की प्रगति पर चर्चा
जयशंकर ने कहा कि “21 अक्टूबर को किए गए समझौते का कार्यान्वयन योजना के अनुसार हो रहा है।” दोनों पक्षों ने हाल ही में लद्दाख क्षेत्र में डिसएंगेजमेंट प्रक्रिया को भी आगे बढ़ाया है।
द्विपक्षीय संबंध और वैश्विक मुद्दे
दोनों मंत्रियों ने भारत-चीन संबंधों के अगले कदमों पर चर्चा की और वैश्विक राजनीति में BRICS और G20 के मंचों पर दोनों देशों की भूमिकाओं पर प्रकाश डाला।
पिछले कदम और आगे की योजनाएँ
21 अक्टूबर को, भारत और चीन ने सीमा पर वर्षों से जारी तनाव को समाप्त करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौता किया। दोनों देशों की सेनाओं ने विवादित क्षेत्रों से सैनिकों और सैन्य ढांचे को हटाना शुरू कर दिया।
चीनी विदेश मंत्रालय का बयान
चीनी विदेश मंत्रालय ने बैठक से पहले कहा कि “चीन भारत के साथ रणनीतिक विश्वास बढ़ाने के लिए तैयार है।” यह बयान दोनों देशों के नेताओं के बीच की सहमति को सुदृढ़ करता है।
BRICS शिखर सम्मेलन की पृष्ठभूमि
इससे पहले अक्टूबर में कज़ान में हुए BRICS शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग के बीच चर्चा हुई थी।
“याद रखने योग्य मुख्य बातें” सेगमेंट:
- एस जयशंकर और वांग यी की यह बैठक सीमा समझौते के बाद हुई।
- भारत-चीन संबंधों के अगले चरण पर चर्चा की गई।
- लद्दाख क्षेत्र में सैनिकों की वापसी प्रक्रिया पर सहमति बनी।
- दोनों देशों ने G20 और BRICS में योगदान को महत्व दिया।
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