संभल मंदिर: 46 वर्ष बाद ASI निरीक्षण

आख़िर तक
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संभल मंदिर: 46 वर्ष बाद ASI निरीक्षण

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित कार्तिकेय मंदिर का 46 वर्षों बाद ASI ने निरीक्षण किया।
  2. मंदिर को 1978 में सांप्रदायिक दंगों के बाद बंद कर दिया गया था।
  3. ASI की चार सदस्यीय टीम ने कार्बन डेटिंग की और आसपास के पांच तीर्थ स्थलों की जांच की।
  4. मंदिर के पास एक कुएं की खुदाई में देवी पार्वती और लक्ष्मी की मूर्तियाँ मिलीं।
  5. यह मंदिर शाही जामा मस्जिद के पास स्थित है, जहाँ हाल ही में हिंसा हुई थी।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

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उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित कार्तिकेय मंदिर (Kartikeya Temple), जो 46 वर्षों तक बंद रहने के बाद हाल ही में फिर से खोला गया था, का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने निरीक्षण किया। 13 दिसंबर को मंदिर को फिर से खोलने के बाद, ASI ने शुक्रवार को कार्बन डेटिंग की प्रक्रिया शुरू की। स्थानीय लोगों के अनुसार, 1978 में सांप्रदायिक दंगों के बाद मंदिर को बंद कर दिया गया था जिससे स्थानीय हिन्दू समुदाय विस्थापित हो गया था। इस निरीक्षण के दौरान, ASI की चार सदस्यीय टीम ने मंदिर और आसपास के पांच तीर्थ स्थलों का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया।

कार्बन डेटिंग और तीर्थ स्थलों का निरीक्षण

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जिला मजिस्ट्रेट के अनुसार, ASI का निरीक्षण सावधानी से किया गया। टीम ने न केवल मंदिर की कार्बन डेटिंग की, बल्कि आसपास के पांच तीर्थ स्थलों, जैसे भद्रक आश्रम, स्वर्गदीप और चक्रपाणि का भी दौरा किया। इसके अतिरिक्त, टीम ने 19 कुओं की भी जांच की। ASI ने स्थानीय प्रशासन से अनुरोध किया था कि निरीक्षण को मीडिया से दूर रखा जाए।

अचानक मंदिर की खोज

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अधिकारियों ने बताया कि मंदिर की खोज अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान हुई। उन्होंने कहा कि यह एक अनियोजित खोज थी, जब वे अभियान के दौरान इस जगह पर “ठोकर” खा गए। क्षेत्र में बिजली चोरी के खिलाफ अभियान का नेतृत्व कर रही उप-जिला मजिस्ट्रेट (SDM) वंदना मिश्रा ने कहा, “क्षेत्र का निरीक्षण करते समय हमें यह मंदिर मिला। इसे देखकर मैंने तुरंत जिला अधिकारियों को सूचित किया।”

कुएं से मूर्तियों की खोज

मंदिर को फिर से खोलने के बाद, एक कुएं की खुदाई के दौरान करीब चार से छह इंच की तीन मूर्तियां मिलीं। इन मूर्तियों में से दो देवी पार्वती और लक्ष्मी की प्रतीत होती हैं। ये मूर्तियाँ क्षतिग्रस्त अवस्था में मिलीं थीं, जिन्हें मजदूरों ने 15 से 20 फीट की गहराई तक खुदाई करते समय पाया। मूर्तियों और कुएं की खोज के बाद, संभल प्रशासन ने मंदिर की कार्बन डेटिंग के लिए ASI को लिखा था।

महत्वपूर्ण स्थान

यह मंदिर शाही जामा मस्जिद से कुछ ही दूरी पर स्थित है, जहाँ हाल ही में 24 नवंबर को अदालत द्वारा निर्देशित सर्वेक्षण के विरोध में हिंसा हुई थी, जिसमें चार लोग मारे गए थे। इस निरीक्षण में, ASI की टीम ने सावधानी से सभी पहलुओं का अवलोकन किया और मंदिर के ऐतिहासिक महत्व का मूल्यांकन किया। यह घटनाक्रम क्षेत्र के इतिहास और संस्कृति को समझने में एक महत्वपूर्ण कदम है।

आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

संभल में 46 साल बाद खुले कार्तिकेय मंदिर (Kartikeya Temple) का ASI ने निरीक्षण किया। कार्बन डेटिंग की गई, और पांच तीर्थ स्थलों की जांच की गई। मंदिर में कुएं की खुदाई में देवी पार्वती और लक्ष्मी की मूर्तियाँ मिलीं। यह मंदिर एक संवेदनशील क्षेत्र में स्थित है, जहाँ पहले हिंसा हुई थी।


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आख़िर तक मुख्य संपादक
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