आखिर तक – संक्षेप में
- भाजपा सांसद ने सुप्रिया सुले और नाना पटोले पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अवैध बिटकॉइन लेनदेन के आरोप लगाए।
- सुप्रिया सुले ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए ऑडियो क्लिप को फर्ज़ी बताया।
- सुले ने कहा कि उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ आवाज़ उठाई है और पूरी तरह से पारदर्शी हैं।
- सुले ने भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी को मानहानि नोटिस भेजा है।
- एनसीपी नेता अजित पवार और शरद पवार ने सुप्रिया सुले का समर्थन किया है।
आखिर तक – विस्तार से
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बिटकॉइन लेनदेन के आरोपों को लेकर एनसीपी (शरद पवार) नेता सुप्रिया सुले ने बुधवार को भाजपा के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया। सुले ने कहा, “यह मेरी आवाज़ नहीं है। ये सभी वॉयस नोट्स और मैसेज फर्ज़ी हैं।” उन्होंने ये बयान चुनाव में वोट डालने के बाद दिया।
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में ऑडियो क्लिप्स बजाईं थीं, जिसमें सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले पर एक पूर्व पुलिस आयुक्त और एक डीलर के साथ मिलकर अवैध लेनदेन करने और विपक्षी महा विकास अघाडी (एमवीए) को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया गया था। एमवीए में एनसीपी (शरद पवार), कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) शामिल हैं।
सुले ने आगे कहा, “एक फर्ज़ी आवाज़ बनाई गई है। पुलिस पता लगाएगी कि अपराधी कौन है। यह न तो मेरी आवाज़ है और न ही नाना पटोले की।” उन्होंने कहा कि उन्होंने बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ आवाज़ उठाई है और वे पूरी तरह से पारदर्शी हैं। उन्होंने भाजपा के किसी भी सवाल का जवाब देने की इच्छा जताई। उन्होंने महाराष्ट्र पुलिस पर भरोसा जताते हुए कहा कि बिना सबूत के उन्हें गिरफ़्तार नहीं किया जाएगा।
सुले ने सुधांशु त्रिवेदी को मानहानि नोटिस भेजने की भी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि वे त्रिवेदी को कहीं भी, किसी भी चैनल पर, किसी भी समय जवाब देने को तैयार हैं।
एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा कि वे अपनी बहन सुप्रिया सुले की आवाज़ जानते हैं और आरोपों की जाँच का समर्थन करते हैं। एनसीपी (शरद पवार) नेता शरद पवार ने अपनी बेटी का समर्थन करते हुए कहा कि केवल भाजपा ही ऐसे निराधार आरोप लगा सकती है।
भाजपा के सुधांशु त्रिवेदी ने मंगलवार को अपनी प्रेस कॉन्फ़्रेंस में सुप्रिया सुले और कांग्रेस से कथित ऑडियो क्लिप्स पर जवाब मांगा था। त्रिवेदी ने ऑडियो क्लिप्स के अलावा कुछ चैट स्क्रीनशॉट भी शेयर किए थे।
इस घटना के बाद एनसीपी ने महाराष्ट्र में भाजपा के महासचिव विनोद तावड़े पर “वोट के लिए पैसों” के घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया था, जिसे तावड़े और भाजपा ने खारिज कर दिया है।
याद रखने योग्य मुख्य बातें
सुप्रिया सुले ने ‘चुनाव में क्रिप्टो फंड’ के आरोपों का खंडन किया है। यह मामला महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से जुड़ा है और बिटकॉइन लेनदेन से संबंधित है। एनसीपी नेता ने आरोपों को फर्ज़ी बताया है और जांच की मांग की है।
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