आख़िर तक – एक नज़र में
- सीरिया में 13 साल के गृहयुद्ध के बाद विद्रोहियों ने रविवार को दमिश्क पर कब्जा कर बशर अल-असद को हटा दिया।
- रूसी सांसद कोसाच्योव ने कहा कि सीरिया को अपने संकट से खुद निपटना होगा।
- रूस ने 2015 में असद सरकार का समर्थन किया था लेकिन अब उसकी क्षमता सीमित है।
- रूसी राजनयिक और सैन्य स्थलों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है।
- कोसाच्योव ने कहा कि रूस सहायता करेगा लेकिन गृहयुद्ध के समाधान में सीमित भूमिका निभाएगा।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
सीरिया में विद्रोहियों का कब्जा
रविवार को सीरियाई विद्रोहियों ने दमिश्क पर कब्जा कर लिया और राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से हटा दिया। यह घटना 13 साल से जारी गृहयुद्ध में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। विद्रोहियों का दावा है कि असद शासन अब समाप्त हो गया है।
रूस की भूमिका और वर्तमान स्थिति
रूस, जो लंबे समय से असद का सहयोगी रहा है, ने 2015 में असद सरकार की मदद के लिए हस्तक्षेप किया था। लेकिन इस बार, यूक्रेन युद्ध के कारण, रूस की सैन्य क्षमता सीमित है। रूस के दो सैन्य ठिकाने अभी भी सीरिया में कार्यरत हैं।
कोसाच्योव का बयान
रूस के उच्च सदन के उपाध्यक्ष कोन्सटांटिन कोसाच्योव ने कहा कि सीरियाई लोगों को अपने गृहयुद्ध से खुद निपटना होगा। उन्होंने अपने टेलीग्राम चैनल पर लिखा:
“सीरिया का गृहयुद्ध अब भी समाप्त नहीं हुआ है। यह सभी के लिए एक त्रासदी है। अगर सीरियाई लोग हमारी सहायता चाहते हैं, तो यह विशेष परिस्थितियों में दी जाएगी।”
दूतावास और सुरक्षा चिंताएं
रूस के राजनयिक और सैन्य ठिकानों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया है। रूसी दूतावास ने कहा कि उनके कर्मचारी सुरक्षित हैं।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- सीरिया में 13 साल के गृहयुद्ध के बाद विद्रोहियों ने असद शासन को समाप्त कर दिया।
- रूस ने कहा कि सीरिया को अपनी समस्या का समाधान खुद करना होगा।
- यूक्रेन युद्ध के कारण रूस की सीरिया में भूमिका सीमित है।
- रूसी राजनयिक और सैन्य ठिकानों की सुरक्षा प्राथमिकता बनी हुई है।
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