आख़िर तक – एक नज़र में
- 26/11 मुंबई हमले का प्रमुख साजिशकर्ता तहव्वुर राणा अब भारत में है।
- लंबी कानूनी लड़ाई के बाद तहव्वुर राणा का अमेरिका से प्रत्यर्पण हुआ है।
- दिल्ली पहुंचते ही NIA ने राणा को गिरफ्तार कर 18 दिन की हिरासत हासिल की।
- एनआईए की पूछताछ तहव्वुर राणा के ISI और LeT संबंधों पर केंद्रित होगी।
- डेविड हेडली के साथी राणा से 26/11 आतंकी साजिश की पूरी कड़ियां जोड़ी जाएंगी।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
तहव्वुर राणा NIA की हिरासत में: 26/11 साजिश का पर्दाफाश करने की तैयारी
26/11 मुंबई आतंकी हमलों के एक प्रमुख साजिशकर्ता, तहव्वुर राणा, अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की गिरफ्त में है। अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद गुरुवार रात उसे 18 दिनों की एनआईए हिरासत में भेज दिया गया है। तहव्वुर राणा से पूछताछ आज से शुरू हो गई है। एनआईए का लक्ष्य डेविड हेडली जैसे कुख्यात आतंकवादियों के साथ उसकी संलिप्तता और पूरी साजिश को उजागर करना है।
प्रत्यर्पण और तत्काल गिरफ्तारी
64 वर्षीय पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा को एक विशेष विमान से दिल्ली लाया गया। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरते ही एनआईए ने उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया। अमेरिका में एक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद उसका प्रत्यर्पण संभव हो पाया। यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
न्यायालय की कार्यवाही और हिरासत
गिरफ्तारी के बाद राणा को देर रात पटियाला हाउस स्थित विशेष अदालत में पेश किया गया। एनआईए ने 20 दिन की रिमांड मांगी थी। एजेंसी ने अपनी दलील में ईमेल रिकॉर्ड जैसे पुख्ता सबूतों का हवाला दिया। एनआईए ने कहा कि 26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के 10 आतंकियों द्वारा किए गए हमलों की पूरी साजिश का पता लगाने के लिए तहव्वुर राणा से हिरासत में पूछताछ महत्वपूर्ण है। अदालत ने दलीलों पर विचार करते हुए 18 दिन की हिरासत (29 अप्रैल तक) मंजूर की। अदालत ने राणा से यह भी पूछा कि क्या वह अपना वकील नियुक्त करना चाहता है या अदालत द्वारा नियुक्त कानूनी सहायता लेना चाहता है।
एनआईए की गहन पूछताछ योजना
एनआईए आज से तहव्वुर राणा से गहन पूछताछ शुरू करेगी। पूछताछ मुख्य रूप से तीन पहलुओं पर केंद्रित होगी: 26/11 आतंकी हमलों की साजिश, उसके लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से संबंध, और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) की संलिप्तता। इस महत्वपूर्ण पूछताछ के लिए डीआईजी जया रॉय के नेतृत्व में एनआईए अधिकारियों की 12 सदस्यीय टीम बनाई गई है। जया रॉय ने राणा के अमेरिका से प्रत्यर्पण में अहम भूमिका निभाई थी।
उच्च सुरक्षा व्यवस्था
तहव्वुर राणा को एनआईए मुख्यालय में एक उच्च सुरक्षा वाले लॉकअप में रखा गया है। उसकी 14×14 की सेल सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में है। भोजन और अन्य आवश्यक चीजें सेल के भीतर ही मुहैया कराई जा रही हैं। विशेष सावधानी बरती जा रही है। चौबीसों घंटे गार्ड तैनात हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि वह पूछताछ से बचने के लिए खुद को कोई नुकसान न पहुंचाए। पूछताछ मुख्यालय की तीसरी मंजिल पर एक अलग कमरे में होगी। यह कमरा भी कैमरे की निगरानी में रहेगा। वरिष्ठ अधिकारियों की रणनीतिक बैठक के बाद सुबह 11 बजे के बाद पूछताछ शुरू होने की उम्मीद है।
साजिश की परतें खोलने का लक्ष्य
एनआईए का उद्देश्य हिरासत अवधि के दौरान तहव्वुर राणा से व्यापक पूछताछ करना है। एजेंसी उस पूरी साजिश का पता लगाना चाहती है जिसके कारण मुंबई हमलों में 166 लोगों की मौत हुई और 238 से अधिक घायल हुए। आठ अन्य एजेंसियों ने भी तहव्वुर राणा से पूछताछ करने के लिए एनआईए से संपर्क साधा है। एनआईए हिरासत पूरी होने के बाद उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल भेजा जाएगा। उसकी संभावित आमद को देखते हुए तिहाड़ जेल में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
कानूनी प्रक्रिया और आरोप
26/11 मुकदमे से संबंधित अदालती रिकॉर्ड पहले ही दिल्ली के जिला न्यायाधीश विमल कुमार यादव की अदालत में जमा करा दिए गए थे। एनआईए का अभियोजन पक्ष वरिष्ठ आपराधिक वकील दयन कृष्णन और विशेष लोक अभियोजक नरेंद्र मान संभालेंगे। तहव्वुर राणा पर आपराधिक साजिश, भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने, हत्या और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत गंभीर आरोप हैं।
डेविड हेडली से गहरा संबंध
तहव्वुर राणा को 26/11 हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक डेविड हेडली का करीबी सहयोगी माना जाता है। हेडली ने अपनी गवाही में कहा था कि राणा ने हमले के लिए लॉजिस्टिकल और वित्तीय सहायता प्रदान की थी। तहव्वुर राणा की गिरफ्तारी और पूछताछ से 26/11 हमले की साजिश में आईएसआई और लश्कर की भूमिका पर और अधिक प्रकाश पड़ने की उम्मीद है। यह पूछताछ जांच एजेंसियों को महत्वपूर्ण सुराग दे सकती है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- तहव्वुर राणा, 26/11 मुंबई हमले का प्रमुख साजिशकर्ता, NIA की 18-दिवसीय हिरासत में है।
- अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद दिल्ली पहुंचने पर उसे गिरफ्तार किया गया।
- एनआईए उससे 26/11 हमले की साजिश, LeT और ISI लिंक पर गहन पूछताछ करेगी।
- राणा को डेविड हेडली का करीबी सहयोगी माना जाता है, जिसने हमले में मदद की थी।
- तहव्वुर राणा पर भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने और हत्या सहित गंभीर यूएपीए आरोप हैं।
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