आख़िर तक – एक नज़र में
- अमेरिका ने चीन से आयातित वस्तुओं पर 10% टैरिफ लगाने का निर्णय लिया।
- चीन ने इस कदम को वैश्विक व्यापार नियमों के खिलाफ बताया और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी।
- बीजिंग ने कहा कि टैरिफ बढ़ाने से दोनों देशों को आर्थिक नुकसान होगा।
- चीन ने अमेरिका को ड्रग नियंत्रण सहयोग को नुकसान न पहुंचाने की सलाह दी।
- चीन ने अमेरिका से विवेकपूर्ण रवैया अपनाने और अपने फैसलों पर पुनर्विचार करने की अपील की।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध तेज़
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आयातित वस्तुओं पर 10% टैरिफ लगाने की घोषणा की, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव बढ़ गया। चीन के विदेश मंत्रालय ने इस कदम की निंदा करते हुए इसे वैश्विक व्यापार नियमों का उल्लंघन बताया और प्रतिरोध की चेतावनी दी।
बीजिंग की प्रतिक्रिया और चेतावनी
चीन ने कहा कि व्यापार युद्ध में कोई विजेता नहीं होता और इस तरह के फैसले आर्थिक समस्याओं का समाधान नहीं कर सकते। बीजिंग ने यह भी आगाह किया कि अतिरिक्त टैरिफ से अमेरिका और चीन के बीच ड्रग नियंत्रण जैसे महत्वपूर्ण सहयोग को नुकसान पहुंच सकता है।
फेंटानिल मुद्दा और चीन का रुख
चीन ने जोर देकर कहा कि वह अमेरिका के साथ ड्रग नियंत्रण पर सहयोग कर रहा है, विशेष रूप से फेंटानिल जैसे नशीले पदार्थों पर। 2019 में, चीन ने सभी फेंटानिल संबंधित पदार्थों को नियंत्रित श्रेणी में रखा था, जो अमेरिकी अनुरोध पर किया गया था।
आगे की संभावनाएं
बीजिंग ने अमेरिका से आग्रह किया कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करे और दोनों देशों के बीच आर्थिक और रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने के लिए कदम उठाए।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- चीन ने अमेरिका के टैरिफ बढ़ाने के फैसले की कड़ी आलोचना की।
- बीजिंग ने व्यापार युद्ध को नुकसानदायक बताया और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी।
- चीन ने फेंटानिल नियंत्रण में अपनी भूमिका को रेखांकित किया।
- अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव बढ़ने की संभावना बनी हुई है।
- चीन ने अमेरिका से सहयोग बनाए रखने की अपील की।
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