ट्रंप की चेतावनी: भारत विरोधी अलगाववादियों पर कार्रवाई

आख़िर तक
3 Min Read
ट्रंप की चेतावनी: भारत विरोधी अलगाववादियों पर कार्रवाई

आख़िर तक – एक नज़र में

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत विरोधी अलगाववादियों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि आगे और प्रत्यर्पण किए जाएंगे। 2008 के मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा का मामला इसका उदाहरण है। भारत और अमेरिका आतंकवाद से लड़ने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। कई और प्रत्यर्पण अनुरोध अमेरिकी अधिकारियों के पास लंबित हैं।

- विज्ञापन -

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनका प्रशासन भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल अपराधियों को भारत को सौंपने के लिए प्रतिबद्ध है। ट्रंप ने 2008 के मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा का उदाहरण देते हुए यह बात कही।

- विज्ञापन -

भारत विरोधी अलगाववादियों पर कार्रवाई को लेकर ट्रंप ने कहा कि और भी प्रत्यर्पण होने वाले हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने कई प्रत्यर्पण अनुरोध अमेरिकी अधिकारियों को भेजे हैं। ट्रंप ने भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते सहयोग को रेखांकित करते हुए कहा कि दोनों देश आतंकवाद से मिलकर लड़ेंगे।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी पुष्टि की है कि अमेरिकी अधिकारियों के पास कई प्रत्यर्पण अनुरोध लंबित हैं। उन्होंने कहा कि वे नामों का खुलासा तुरंत नहीं करेंगे, लेकिन अनुरोध दर्ज हैं। भारत लंबे समय से तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था।

- विज्ञापन -

तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है। वह 2008 के मुंबई हमलों में अपनी भूमिका के लिए लॉस एंजिल्स में जेल में है। राणा का संबंध पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से है, जो हमलों का एक प्रमुख साजिशकर्ता था। राणा पर हेडली की मदद करने और पाकिस्तान से लश्कर-ए-तैयबा (LeT) आतंकवादी समूह को समर्थन देने का आरोप है। इसी समूह ने घातक हमला किया था।

हाल ही में, राणा ने अपने प्रत्यर्पण को रोकने के लिए कानूनी लड़ाई हार गया। 21 जनवरी को, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राणा की समीक्षा याचिका को खारिज कर दिया, जिससे भारत को उसके प्रत्यर्पण का मार्ग प्रशस्त हो गया। ट्रंप प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार है। यह भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत करने का संकेत है। भारत सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है ताकि अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाया जा सके।

आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • ट्रंप ने भारत विरोधी अलगाववादियों को चेतावनी दी।
  • और भी प्रत्यर्पण हो सकते हैं।
  • तहव्वुर राणा का मामला एक उदाहरण है।
  • भारत और अमेरिका आतंकवाद से लड़ रहे हैं।

Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

author avatar
आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
Leave a Comment

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

शून्य निवेश में टॉप 7 स्टार्टअप हाइपरलूप: दिल्ली से जयपुर 30 मिनट में