भारत ने ट्रंप के टैरिफ खतरे का हल खोजा

आख़िर तक
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भारत ने ट्रंप के टैरिफ खतरे का हल खोजा

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ खतरे से भारत सतर्क।
  2. भारत टैरिफ कम करने और आयात बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रहा है।
  3. संभावित कदमों में अमेरिकी व्हिस्की, स्टील, और तेल की खरीद बढ़ाना शामिल है।
  4. मोदी सरकार अवैध भारतीय प्रवासियों की वापसी के लिए अमेरिका से संपर्क कर रही है।
  5. यह कदम व्यापार घाटा कम करने और राजनीतिक विवादों से बचने के लिए उठाया गया है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

टैरिफ खतरे से भारत की रणनीति

डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने के बाद, उनके टैरिफ बढ़ाने के खतरे से निपटने के लिए भारत संभावित कदम उठा रहा है। इस रणनीति का उद्देश्य भारत-अमेरिका व्यापार घाटे को कम करना है, जो $35.3 बिलियन तक पहुंच गया है। भारत अमेरिकी उत्पादों जैसे व्हिस्की, स्टील, और तेल की खरीद बढ़ाने की योजना बना रहा है।

कम टैरिफ और बढ़ा आयात

रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत आयातित वस्तुओं पर टैरिफ कम करने पर विचार कर रहा है। इसमें राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण वस्तुएं जैसे बोरबन और पेकान नट्स शामिल हैं, जो अमेरिकी रिपब्लिकन पार्टी के लिए प्राथमिकता रखती हैं।

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अवैध प्रवासियों की वापसी

भारत, ट्रंप प्रशासन के साथ मिलकर 18,000 अवैध भारतीय प्रवासियों को वापस लाने की प्रक्रिया पर काम कर रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस पर जोर देते हुए कहा कि भारत अवैध प्रवासियों की वापसी के लिए प्रतिबद्ध है।

अमेरिका-चीन व्यापार विवाद का अवसर

भारत ने अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध का लाभ उठाने की योजना भी बनाई है। इस संघर्ष में भारत अपनी स्थिति मजबूत कर सकता है।

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आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • ट्रंप के टैरिफ खतरे से निपटने के लिए भारत कई रणनीतियां बना रहा है।
  • आयात बढ़ाना और टैरिफ कम करना मुख्य कदम हैं।
  • अवैध भारतीय प्रवासियों की वापसी भी इस योजना का हिस्सा है।
  • भारत अमेरिका-चीन विवाद के मौके का लाभ उठाना चाहता है।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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