आख़िर तक – एक नज़र में:
- अमेरिकी विश्वविद्यालयों ने भारतीय छात्रों को सलाह दी है कि वे ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले लौट आएं।
- संभावित यात्रा प्रतिबंधों के कारण यह चेतावनी जारी की गई है।
- 2017 में ट्रंप की नीतियों से भी छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था।
- कई विश्वविद्यालयों ने छात्रों को 20 जनवरी से पहले लौटने को कहा है।
- भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी स्थिति पर नज़र बनाए रखने की सलाह दी है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार:
परिचय:
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद ग्रहण करने से पहले, अमेरिका में पढ़ रहे भारतीय छात्रों के सामने संभावित चुनौतियाँ खड़ी हो सकती हैं।
यात्रा प्रतिबंधों का डर:
अमेरिका में प्रमुख विश्वविद्यालयों ने चेतावनी जारी की है कि अंतरराष्ट्रीय छात्र 20 जनवरी से पहले लौट आएं। इसका मुख्य कारण ट्रंप की संभावित नीतियां हैं, जो उनके पहले कार्यकाल की तरह कठोर हो सकती हैं।
विश्वविद्यालयों का बयान:
मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय और वेस्लेयन यूनिवर्सिटी ने छात्रों को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन पहले दिन ही नीतियों में बदलाव कर सकता है।
छात्रों की चिंताएं:
2017 में ट्रंप ने कई मुस्लिम देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाया था। इसका असर भारतीय छात्रों पर भी पड़ा था। इस बार भी वे ऐसी ही स्थिति से बचना चाहते हैं।
भारतीय सरकार का रुख:
भारतीय विदेश मंत्रालय ने छात्रों से यात्रा नियमों पर नज़र बनाए रखने को कहा है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें:
- अमेरिकी विश्वविद्यालयों ने यात्रा सलाह जारी की।
- ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी प्रतिबंध लगे थे।
- भारतीय छात्र सतर्क रहें।
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