आख़िर तक – एक नज़र में
- डोनाल्ड ट्रंप ने रूस पर सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद का साथ छोड़ने का आरोप लगाया।
- ट्रंप ने कहा कि रूस की रुचि सीरिया से हटकर यूक्रेन युद्ध पर केंद्रित हो गई।
- ट्रंप ने असद को देश छोड़ने और रूस को कमजोर बताया।
- उन्होंने यूक्रेन युद्ध को अनावश्यक और लंबे समय तक चलने वाला बताया।
- ट्रंप ने सीधी बातचीत और युद्ध को जल्द रोकने की वकालत की।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
रूस का सीरिया में घटता प्रभाव
डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को रूस पर सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद का साथ छोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह कदम असद के पतन का मुख्य कारण बना। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रुथ सोशल” पर कहा, “असद अब देश छोड़ चुके हैं। उनके रक्षक रूस ने अब उन्हें समर्थन देना बंद कर दिया है।”
यूक्रेन युद्ध पर केंद्रित हुई रूस की रुचि
ट्रंप ने कहा कि रूस ने अपनी प्राथमिकताएं बदलते हुए यूक्रेन युद्ध पर ध्यान केंद्रित कर दिया है। उन्होंने इस युद्ध को “कभी न शुरू होने वाला और अनावश्यक” करार दिया।
रूस और ईरान की कमजोर स्थिति
ट्रंप ने यह भी कहा कि यूक्रेन युद्ध और आर्थिक संकट के कारण रूस कमजोर हो गया है। साथ ही, उन्होंने ईरान की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इसराइल के साथ संघर्ष ने उसे भी कमजोर कर दिया है।
यूक्रेन में शांति की पहल
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने पेरिस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को तुरंत युद्धविराम कर बातचीत शुरू करनी चाहिए।
चीन और वैश्विक समर्थन का आह्वान
ट्रंप ने कहा, “मुझे व्लादिमीर (पुतिन) अच्छी तरह जानते हैं। यह उनका समय है कदम उठाने का। चीन इसमें मदद कर सकता है। दुनिया इंतजार कर रही है।”
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- डोनाल्ड ट्रंप ने रूस पर असद को छोड़ने का आरोप लगाया।
- उन्होंने यूक्रेन युद्ध को अनावश्यक बताया।
- रूस और ईरान को कमजोर स्थिति में बताया।
- यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए तुरंत बातचीत की मांग की।
- चीन और वैश्विक सहयोग पर जोर दिया।
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