आख़िर तक – एक नज़र में
- वक्फ संशोधन विधेयक पर संसदीय पैनल की रिपोर्ट सोमवार को लोकसभा में पेश की जाएगी।
- विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि उनकी असहमति टिप्पणियों को बिना सहमति के हटाया गया।
- भाजपा समर्थित इस विधेयक का विरोधी दलों ने वक्फ बोर्डों को कमजोर करने का प्रयास बताया।
- कांग्रेस और AIMIM नेताओं ने रिपोर्ट को “विपक्ष की आवाज दबाने” का आरोप लगाया।
- भाजपा का कहना है कि यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता लाने के लिए है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
संसदीय पैनल की रिपोर्ट पर विवाद
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर गठित संसदीय संयुक्त समिति सोमवार को अपनी अंतिम रिपोर्ट लोकसभा में प्रस्तुत करेगी। इस रिपोर्ट को लेकर विपक्ष ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि उनकी असहमति टिप्पणियों को जानबूझकर संपादित किया गया है। कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया कि उनके द्वारा प्रस्तुत असहमति टिप्पणियों के कुछ हिस्से बिना उनकी अनुमति के हटा दिए गए।
विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया
असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर कहा, “मैंने वक्फ विधेयक पर विस्तृत असहमति नोट प्रस्तुत किया था, लेकिन इसे बिना मेरी जानकारी के संपादित कर दिया गया। हटाए गए हिस्सों में केवल तथ्य शामिल थे, कोई विवादास्पद बात नहीं थी।” कांग्रेस सांसद नसीर हुसैन ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि समिति विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।
भाजपा का बचाव
भाजपा के अनुसार, यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को आधुनिक बनाने और पारदर्शिता लाने के लिए लाया गया है। भाजपा सांसदों का कहना है कि मौजूदा वक्फ अधिनियम 1995 में कई कमियां हैं, जिसके कारण भ्रष्टाचार और संपत्तियों पर अवैध कब्जे की समस्याएं बनी हुई हैं।
लोकसभा में पेश होगी रिपोर्ट
पैनल के अध्यक्ष जगदंबिका पाल और भाजपा सांसद संजय जायसवाल लोकसभा में इस रिपोर्ट को पेश करेंगे। इसके साथ ही समिति द्वारा एकत्र किए गए साक्ष्यों को भी प्रस्तुत किया जाएगा। समिति ने 29 जनवरी को इस रिपोर्ट को 15-11 मतों से पारित किया था।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- वक्फ संशोधन विधेयक पर संसदीय पैनल की रिपोर्ट सोमवार को लोकसभा में पेश होगी।
- विपक्ष ने असहमति टिप्पणियों के संपादन पर आपत्ति जताई है।
- भाजपा विधेयक को पारदर्शिता लाने वाला कदम बता रही है।
- कांग्रेस और AIMIM ने इस रिपोर्ट को विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास बताया।
- इस विवाद के बीच, विधेयक के अंतिम पारित होने पर बहस जारी है।
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