नीति आयोग बैठक: पीएम का ‘विकसित भारत’ का रोडमैप

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नीति आयोग बैठक: पीएम का 'विकसित भारत' का रोडमैप

आख़िर तक – एक नज़र में

  • पीएम मोदी ने नीति आयोग बैठक में ‘विकसित भारत’ 2047 का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा।
  • राज्यों को “एक राज्य एक वैश्विक गंतव्य” के तहत उत्कृष्ट पर्यटन स्थल विकसित करने का सुझाव दिया गया।
  • देश में शहरी विकास और भविष्य की चुनौतियों के लिए सक्षम शहरों के निर्माण पर विशेष बल दिया गया।
  • केंद्र-राज्य सहयोग को “टीम इंडिया” की मजबूत भावना से और अधिक सशक्त करने का आह्वान किया गया।
  • यह महत्वपूर्ण बैठक ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान के साथ तनाव के बाद मुख्यमंत्रियों के साथ पहली अहम चर्चा थी।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

नीति आयोग की अहम बैठक: पीएम मोदी का मार्गदर्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में नीति आयोग बैठक की अध्यक्षता की। यह एक महत्वपूर्ण सभा थी। उन्होंने सभी राज्यों से भविष्य के लिए तैयार शहर बनाने का आग्रह किया। साथ ही, उन्होंने वैश्विक मानकों के अनुरूप कम से कम एक पर्यटन स्थल विकसित करने पर बल दिया। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से विकास की वर्तमान गति को और तेज करने का आह्वान किया। इसका अंतिम लक्ष्य 2047 तक ‘विकसित भारत’ का सपना साकार करना है। यह बैठक कई मायनों में विशेष और ध्यान खींचने वाली थी।

‘एक राज्य, एक वैश्विक गंतव्य’: पर्यटन को बढ़ावा
पीएम मोदी ने देश में पर्यटन को व्यापक बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया। इसके लिए उन्होंने “एक राज्य, एक वैश्विक गंतव्य” का नया और महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किया। उन्होंने स्पष्ट कहा, “राज्यों को प्रति राज्य कम से कम एक पर्यटन स्थल आवश्यक रूप से विकसित करना चाहिए।” यह स्थल पूरी तरह वैश्विक मानकों के अनुरूप होना चाहिए। इसमें पर्यटकों के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं और उत्कृष्ट बुनियादी ढांचा उपलब्ध हो। उनका मानना है कि इससे पड़ोसी शहरों का भी पर्यटन स्थलों के रूप में तेजी से विकास होगा। यह पर्यटन क्षेत्र के समग्र विकास के लिए एक बड़ी और दूरदर्शी पहल है।

ऑपरेशन सिंदूर और पाक तनातनी के बाद पहली मुलाकात
यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ पहली बड़ी बैठक थी। यह बैठक हाल ही में संपन्न हुए ऑपरेशन सिंदूर के ठीक बाद आयोजित हुई। भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव की पृष्ठभूमि में भी यह पहली महत्वपूर्ण मुलाकात थी। इस विशेष संदर्भ में, इस नीति आयोग बैठक का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। सभी राजनीतिक विश्लेषकों की निगाहें इस बैठक के परिणामों पर टिकी थीं।

कश्मीर हमले के बावजूद पर्यटन पर जोर
केंद्र सरकार का पर्यटन क्षेत्र पर विशेष ध्यान और जोर पूरी तरह अडिग है। यह कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण आतंकी हमले के बावजूद कायम है। उस नृशंस आतंकी हमले ने 26 निर्दोष लोगों की जान ले ली थी। इस दुखद घटना के बाद घाटी से पर्यटकों का पलायन भी शुरू हो गया था। फिर भी, सरकार ने पर्यटन विकास की अपनी मजबूत प्रतिबद्धता को दोहराया है।

‘विकसित भारत’ 2047: केंद्र-राज्यों की ‘टीम इंडिया’
पीएम मोदी ने वर्ष 2047 तक ‘विकसित भारत’ के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने का पुरजोर आह्वान किया। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए उन्होंने केंद्र और सभी राज्यों से एकजुट होकर काम करने को कहा। इस सामूहिक प्रयास को उन्होंने “टीम इंडिया” की सशक्त भावना का नाम दिया। उन्होंने कहा, “हमें हर हाल में विकास की गति को और बढ़ाना होगा।” पीएम ने आगे कहा, “यदि केंद्र और सभी राज्य सरकारें मिलकर टीम इंडिया की तरह काम करें, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।” यह संकल्प विकसित भारत के सपने को निश्चित रूप से साकार करेगा।

कौन-कौन मुख्यमंत्री हुए शामिल?
इस महत्वपूर्ण नीति आयोग बैठक में देश के कई मुख्यमंत्री शामिल हुए। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू उपस्थित थे। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी इस बैठक में मौजूद रहे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी इसमें सक्रिय रूप से भाग लिया। हालांकि, दक्षिण भारत के तीन राज्यों – पुडुचेरी, कर्नाटक और केरल – के मुख्यमंत्री इस बैठक में शामिल नहीं हुए। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू भी बैठक में उपस्थित थे।

भविष्य के शहर: विकास, नवाचार और स्थिरता
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में भविष्य के शहरों के सुनियोजित विकास पर भी खास जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि “विकास, नवाचार और स्थिरता” ही हमारा मूल मंत्र होना चाहिए। यह मंत्र भविष्य के लिए तैयार शहरों के समग्र विकास का मुख्य आधार बनेगा। उन्होंने महत्वपूर्ण टिप्पणी करते हुए कहा, “भारत बहुत तेजी से शहरीकृत हो रहा है।” इसलिए, हमें भविष्य की चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार शहरों की ओर तेजी से काम करना चाहिए। हमारा लक्ष्य हर राज्य को विकसित बनाना होना चाहिए। इसके तहत हर शहर, हर नगर पालिका, और हर गांव को विकसित करने का लक्ष्य है। यदि हम सभी इस दिशा में मिलकर काम करें, तो विकसित भारत बनने के लिए हमें 2047 का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। शहरी विकास की यह सोच अत्यंत महत्वपूर्ण है।

महिला कार्यबल की भागीदारी
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में एक और अत्यंत महत्वपूर्ण सामाजिक एवं आर्थिक मुद्दे पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एक विकसित राष्ट्र बनने का मार्ग हमारी महिला कार्यबल की सक्रिय और सम्मानजनक भागीदारी से होकर जाता है। उन्होंने आह्वान किया, “हमें ऐसे प्रगतिशील कानून और प्रभावी नीतियां बनानी चाहिए।” इन नीतियों का उद्देश्य यह होना चाहिए कि महिलाएं सम्मानपूर्वक देश के कार्यबल में एकीकृत हो सकें और अपना योगदान दे सकें। महिला कार्यबल का सशक्तिकरण देश के समग्र विकास के लिए निस्संदेह अहम है।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • नीति आयोग बैठक में 2047 तक ‘विकसित भारत’ का लक्ष्य प्रमुखता से दोहराया गया।
  • पीएम मोदी ने “एक राज्य एक वैश्विक गंतव्य” की अभिनव पहल राष्ट्र के समक्ष प्रस्तुत की।
  • राज्यों को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल और भविष्य के सक्षम शहरी विकास पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी गई।
  • केंद्र-राज्य सहयोग और “टीम इंडिया” की मजबूत भावना पर विशेष बल दिया गया।
  • महिला कार्यबल में महिलाओं की सम्मानजनक एवं सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।

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