आतंकवाद के खिलाफ भारत: वैश्विक मंच पर एकजुटता

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आतंकवाद के खिलाफ भारत: वैश्विक मंच पर एकजुटता

आख़िर तक – एक नज़र में

  • भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों ने विभिन्न देशों का दौरा किया। आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को प्रमुखता से रखा।
  • इटली, कांगो, इंडोनेशिया और दक्षिण अफ्रीका के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर चर्चा हुई। आतंकवाद को मानवता के लिए खतरा बताया गया।
  • भारत ने सीमा पार आतंकवाद के प्रति अपनी शून्य सहिष्णुता को स्पष्ट किया। वैश्विक समुदाय से एकजुटता का आग्रह किया।
  • विदेशी सांसदों ने वैश्विक आतंकवाद से निपटने में भारत के प्रयासों की सराहना की। कई देशों ने भारत के रुख का समर्थन किया।
  • इन दौरों का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ संकल्प को विश्व मंच पर मजबूती से प्रस्तुत करना था।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

वैश्विक मंच पर आतंकवाद के खिलाफ भारत की मुहिम लगातार जोर पकड़ रही है। भारत ने अपने सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों के माध्यम से दुनिया के विभिन्न देशों को अपनी ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति से अवगत कराया। यह प्रयास सीमा पार आतंकवाद और इसके सभी स्वरूपों के विरुद्ध एक मजबूत अंतरराष्ट्रीय मोर्चा बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। भारतीय प्रतिनिधिमंडलों ने स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करेगा।

इटली में आतंकवाद विरोधी साझा आवाज़ पर ज़ोर

श्री रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने इटली का दौरा किया। वहां उन्होंने सीनेट की विदेश मामलों और रक्षा समिति की प्रमुख सीनेटर @stefaniacraxi से मुलाकात की। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के सभी स्वरूपों के खिलाफ भारत के एकजुट रुख की जानकारी दी। उन्होंने सीमा पार आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता पर भी प्रकाश डाला। सीनेटर क्रैक्सी ने कहा कि हमें आतंकवाद के खिलाफ एक स्वर में बोलना चाहिए। उन्होंने इस वैश्विक अभिशाप से निपटने के लिए भारत-इटली सहयोग का प्रस्ताव रखा। यह अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

आतंकवाद के खिलाफ भारत: वैश्विक मंच पर एकजुटता
आतंकवाद के खिलाफ भारत वैश्विक मंच पर एकजुटता

कांगो में आतंकवाद पर भारत का ‘नया सामान्य’ दृष्टिकोण

एक अन्य सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल डॉ. एस.ई. शिंदे के नेतृत्व में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआर कांगो) पहुंचा। अपनी यात्रा के सफल समापन के बाद वे सिएरा लियोन के लिए रवाना हुए। कांगो के वार्ताकारों के साथ बातचीत में भारत के #ZeroTolerance और आतंकवाद के खिलाफ #NewNormal दृष्टिकोण को रेखांकित किया गया। भारत और कांगो ने सभी रूपों में आतंकवाद से लड़ने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इस यात्रा ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के वैश्विक अभियान को और मजबूती प्रदान की।

कांगो में आतंकवाद पर भारत का 'नया सामान्य' दृष्टिकोण
कांगो में आतंकवाद पर भारत का नया सामान्य दृष्टिकोण

इंडोनेशिया ने किया भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का समर्थन

माननीय सांसद श्री संजय कुमार झा के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने इंडोनेशिया का दौरा किया। वहां उन्होंने अंतर-संसदीय सहयोग समिति के उपाध्यक्ष माननीय श्री मुहम्मद हुसैन फदलुल्लाह से मुलाकात की। साथ ही इंडोनेशिया-भारत संसदीय मैत्री समूह के अध्यक्ष माननीय श्री मुहम्मद रोफिकी से भी चर्चा हुई। प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत प्रतिबद्धता के बारे में संवेदनशील बनाया। इंडोनेशियाई पक्ष ने कहा कि वे आतंकवाद की निंदा करते हैं। उनका मानना है कि समस्याओं को सुलझाने के लिए संवाद आवश्यक है, आतंकवाद नहीं। क्योंकि यह मानवता के विरुद्ध है। उन्होंने भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का पुरजोर समर्थन किया।

इंडोनेशिया ने किया भारत की 'जीरो टॉलरेंस' नीति का समर्थन
इंडोनेशिया ने किया भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का समर्थन

दक्षिण अफ्रीका को भारतीय आतंकवाद की पृष्ठभूमि से कराया अवगत

दक्षिण अफ्रीका की नेशनल काउंसिल ऑफ प्रोविंस (NCOP) के माननीय उपाध्यक्ष श्री पी (लेस) गोवेंदर ने अन्य सांसदों के साथ भारतीय सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। यह बैठक दक्षिण अफ्रीका के नेशनल काउंसिल ऑफ प्रोविंस में हुई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने भारत में हुई आतंकवादी घटनाओं की पृष्ठभूमि की व्याख्या की। इसमें #PhalgamAttack (पुलवामा हमला) का भी उल्लेख किया गया। उन्होंने आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता (#ZeroToleranceForTerrorism) का भारत का एकजुट संदेश दिया। यह वैश्विक आतंकवाद के विरुद्ध भारत की लड़ाई में एक और महत्वपूर्ण संवाद था। इन सभी कूटनीतिक प्रयासों से भारत की कूटनीति की सफलता स्पष्ट होती है।

दक्षिण अफ्रीका को भारतीय आतंकवाद की पृष्ठभूमि से कराया अवगत
दक्षिण अफ्रीका को भारतीय आतंकवाद की पृष्ठभूमि से कराया अवगत

आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • भारत ने विभिन्न देशों में संसदीय प्रतिनिधिमंडल भेजकर आतंकवाद पर अपना कड़ा रुख स्पष्ट किया।
  • आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक समर्थन मिला।
  • इटली, कांगो, इंडोनेशिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों ने वैश्विक आतंकवाद से निपटने में सहयोग का आश्वासन दिया।
  • भारत ने सीमा पार आतंकवाद को मानवता के लिए गंभीर खतरा बताते हुए इसके पूर्ण उन्मूलन का आह्वान किया।
  • इन वार्ताओं से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूती मिली और आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक लड़ाई में भारत की अग्रणी भूमिका स्थापित हुई।

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