अखिलेश यादव और भाजपा में विवाद: लखनऊ जेपी नारायण केंद्र

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अखिलेश यादव और भाजपा में विवाद: लखनऊ जेपी नारायण केंद्र

अखिलेश यादव और भाजपा में टकराव: लखनऊ के जेपी नारायण केंद्र पर बैरिकेडिंग

संक्षेप में

  1. अखिलेश यादव ने भाजपा पर जेपी नारायण केंद्र के मुख्य द्वार पर टिन शीट लगाने का आरोप लगाया।
  2. भाजपा ने इसे ‘बच्चों जैसी हरकत’ कहकर अखिलेश के दावे का मज़ाक उड़ाया।
  3. समाजवादी पार्टी के समर्थकों और पुलिस के बीच लखनऊ में तनावपूर्ण माहौल रहा।

लखनऊ में गुरुवार को समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने जेपी नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) के मुख्य द्वार पर टिन शीट्स लगाई हैं ताकि उन्हें वहां प्रवेश करने से रोका जा सके। यह विवाद तब शुरू हुआ जब अखिलेश यादव जेपी नारायण की जयंती के अवसर पर केंद्र पहुंचे।

भाजपा ने अखिलेश यादव पर तंज कसा:
भाजपा ने अखिलेश यादव की इस हरकत को “बच्चों जैसी” बताया और सपा को “फ्यूज्ड ट्रांसफार्मर” कहकर मजाक उड़ाया। सपा समर्थकों ने अखिलेश यादव के साथ मिलकर बैरिकेड्स पर चढ़कर विरोध किया। वे सपा के झंडे लहराते हुए जेपी नारायण के पोस्टर्स लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। अखिलेश यादव ने अपने घर के बाहर जेपी नारायण की मूर्ति पर माला भी चढ़ाई।

अखिलेश यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एनडीए सरकार से समर्थन वापस लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह अवसर है जब नीतीश कुमार को उस सरकार से समर्थन वापस लेना चाहिए, जो समाजवादियों को जेपी नारायण को श्रद्धांजलि देने से रोक रही है।

जेपीएनआईसी पर टिन शीट्स को लेकर विवाद:
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जेपीएनआईसी के द्वार पर टिन शीट्स लगाकर कुछ छिपाने का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा, “सरकार क्या छिपाने की कोशिश कर रही है? क्या यह संभव है कि वे इसे बेचने की तैयारी कर रहे हैं?” सपा ने इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया और कहा कि यह भाजपा की “गंदी राजनीति” का उदाहरण है।

लखनऊ विकास प्राधिकरण ने एक नोटिस जारी कर कहा कि जेपीएनआईसी निर्माणाधीन स्थल है और वहां सुरक्षा कारणों से अखिलेश यादव का प्रवेश उचित नहीं है। लखनऊ पुलिस ने भी केंद्र के चारों ओर बैरिकेड्स लगाकर यातायात बंद कर दिया और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।


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