अमेरिका के राजदूत की भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर बड़ी टिप्पणी

4 Min Read
अमेरिका के राजदूत की भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर बड़ी टिप्पणी

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. अमेरिका के राजदूत, एरिक गार्सेटी, ने भारत-अमेरिका व्यापार में सुधार के लिए टैरिफ कम करने का आह्वान किया।
  2. उनकी टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की तीव्र टिप्पणियों के बाद आई हैं।
  3. ट्रम्प ने भारत द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर उच्च कर लगाने की चेतावनी दी थी।
  4. गार्सेटी ने भारत की बड़ी कार्यबल की भूमिका को अमेरिकी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण बताया।
  5. भारत के निवेश ने अमेरिका की अर्थव्यवस्था में 3.4 बिलियन डॉलर का योगदान किया।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने हाल ही में भारत-अमेरिका व्यापार रिश्तों को लेकर अपनी महत्वपूर्ण टिप्पणी दी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार को और अधिक न्यायपूर्ण बनाने के लिए टैरिफ कम करने की आवश्यकता है। उनका यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद आया है, जब डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत के खिलाफ उच्च करों की धमकी दी थी।

अमेरिका और भारत का व्यापार संबंध

अमेरिका और भारत के बीच व्यापार संबंधों में विभिन्न मुद्दे सामने आ रहे हैं, खासकर उच्च टैरिफ को लेकर। गार्सेटी ने इसे एक संघर्ष से बचने का एक तरीका बताया, जिसमें दोनों देशों को व्यापार बढ़ाने और समान परिस्थितियों में टैरिफ को घटाने की दिशा में काम करना चाहिए। “हमें मिलकर, साथ में टैरिफ कम करने की आवश्यकता है, न कि उन्हें बढ़ाने की,” गार्सेटी ने यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (USIBC) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही।

भारत की कार्यबल और निवेश की भूमिका

गार्सेटी ने भारत की कार्यबल को अमेरिकी अर्थव्यवस्था में एक असाधारण संसाधन बताते हुए कहा कि भारत के कर्मचारी, जिनकी संख्या एक अरब से अधिक है, उन देशों में सबसे अधिक योगदान देनेवाले हैं। उन्होंने भारत द्वारा अमेरिका में पिछले साल 3.4 बिलियन डॉलर के निवेश के महत्व को भी रेखांकित किया। “यह निवेश स्टील, बायोटेक, कृषि उत्पाद, और उच्च-तकनीकी नवाचारों में हुआ है,” गार्सेटी ने कहा।

ट्रम्प का प्रत्याशित प्रतिरोध

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में संकेत दिया कि यदि भारत अमेरिकी उत्पादों पर उच्च कर लगाएगा, तो वह भी जवाबी कर लगाएंगे। उन्होंने कहा कि यह “पारस्परिक” दृष्टिकोण दोनों देशों के व्यापार संबंधों को निष्पक्ष बनाए रखने में मदद करेगा। ट्रम्प का यह रवैया व्यापारिक टकराव का संकेत देता है, जिसे कम करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।

संभावित समाधान और सहयोग

गार्सेटी ने भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी को मजबूत करने के लिए सहयोग की आवश्यकता जताई। उन्होंने दोनों देशों के बीच प्रशिक्षित और प्रतिभाशाली कार्यबल का आदान-प्रदान, साथ ही उन्नत विज्ञान, वित्त, और व्यापार में सहयोग बढ़ाने की बात की।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  1. अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत और अमेरिका के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए टैरिफ कम करने की बात की।
  2. ट्रम्प ने भारत के खिलाफ प्रतिकारात्मक टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी।
  3. गार्सेटी ने भारत के निवेश को अमेरिकी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान बताया।
  4. भारतीय कार्यबल को अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन माना।
  5. दोनों देशों को एक साथ काम करके व्यापार संबंधों को और मजबूत बनाने की आवश्यकता है।

Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
Leave a Comment

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Recipe Rating




Exit mobile version