आख़िर तक – इन शॉर्ट्स
- बाबा सिद्दीक़ी हत्याकांड में मुंबई पुलिस ने यूपी से दो आरोपियों को हिरासत में लिया।
- तीन आरोपी गिरफ्तार, तीन अन्य फरार; पुलिस सातवें आरोपी की तलाश कर रही है।
- हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का भी नाम आ रहा है, जिसमें सातवां आरोपी अहम कड़ी माना जा रहा है।
आख़िर तक – इन डेप्थ
मुंबई पुलिस ने एनसीपी नेता बाबा सिद्दीक़ी की हत्या के मामले में उत्तर प्रदेश के बहराइच से दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस को इस केस में सातवें आरोपी की तलाश है, जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग और शूटर्स के बीच की अहम कड़ी माना जा रहा है।
हिरासत में लिए गए आरोपियों में से एक का नाम हरीश है, जो पुणे में कबाड़ की दुकान चलाता है। पुलिस का कहना है कि हरीश ने मुख्य आरोपी धर्मराज कश्यप, शिवप्रसाद गौतम और उनके भाई अनुराग कश्यप को आर्थिक मदद दी और मुंबई के कुर्ला में किराये का घर उपलब्ध कराया।
इसके अलावा, हरीश ने शिवप्रसाद और धर्मराज के लिए एक नया मोबाइल भी खरीदा, जिससे पुलिस को अहम सबूत मिले। अब तक तीन आरोपी – धर्मराज कश्यप, गुरमेल सिंह और प्रवीन लोंकार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को घटना स्थल से दो पिस्तौलें भी मिली हैं।
बाबा सिद्दीक़ी की हत्या 12 अक्टूबर को उनके बेटे ज़ीशान सिद्दीक़ के दफ्तर के बाहर बांद्रा में की गई थी। तीन हमलावरों ने उन्हें गोली मारी, जिसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
मुंबई पुलिस अभी भी फरार तीन आरोपियों और सातवें संदिग्ध की तलाश कर रही है, जो इस जघन्य हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संबंधों को उजागर कर सकता है।
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