आखिर तक – इन शॉर्ट्स
- गौतम अडानी पर अमेरिका में $265 मिलियन घूस देने और धोखाधड़ी के आरोप लगे।
- कांग्रेस ने JPC जांच की मांग को फिर दोहराया।
- जयराम रमेश ने कहा, SEC के आरोपों ने उनकी मांग को सही ठहराया।
- SEBI की जांच प्रक्रिया पर कांग्रेस ने सवाल उठाए।
- मामला सौर ऊर्जा परियोजना में घूसखोरी और धोखाधड़ी से जुड़ा है।
आखिर तक – इन डेप्थ
कांग्रेस का PM मोदी पर निशाना
अमेरिकी अधिकारियों द्वारा गौतम अडानी पर $265 मिलियन घूस और धोखाधड़ी के आरोप लगने के बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडानी समूह के बीच “गहरे संबंध” का मुद्दा उठाया। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि यह मामला संयुक्त संसदीय समिति (JPC) जांच की पार्टी की मांग को वैध ठहराता है।
“हम अडानी के हैं कौन” श्रृंखला
रमेश ने कांग्रेस की “हम अडानी के हैं कौन” श्रृंखला का उल्लेख किया, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और अडानी के बीच संबंधों पर 100 सवाल उठाए गए थे। उन्होंने कहा कि इन सवालों का जवाब अभी तक नहीं मिला है और इससे मामले में जवाबदेही की जरूरत और बढ़ गई है।
अमेरिकी SEC का आरोप
अमेरिकी SEC के अनुसार, अडानी ने अपनी सौर ऊर्जा परियोजना में निवेशकों को गुमराह किया और परियोजना को बढ़ावा देने के दौरान $265 मिलियन की घूस दी। यह परियोजना भारतीय सरकार को 12 गीगावॉट सौर ऊर्जा आपूर्ति करने से संबंधित थी।
SEBI की जांच पर सवाल
कांग्रेस ने भारतीय बाजार नियामक SEBI की जांच प्रक्रिया पर सवाल उठाए। रमेश ने कहा कि SEBI ने अडानी समूह के निवेश के स्रोत और शेल कंपनियों की जांच में विफलता दिखाई है।
बड़ी साजिश का आरोप
कानूनी दस्तावेजों के अनुसार, अडानी समूह ने $2 बिलियन लाभ की संभावना वाले अनुबंध पाने के लिए घूसखोरी की। यह मामला भारत में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी की ओर इशारा करता है।
याद रखें प्रमुख बातें
- गौतम अडानी पर अमेरिकी SEC ने गंभीर आरोप लगाए।
- कांग्रेस ने JPC जांच की मांग को और मजबूत किया।
- मामला $265 मिलियन की घूसखोरी और धोखाधड़ी से जुड़ा है।
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