शेख हसीना के प्रत्यावर्तन पर भारत का ‘कोई टिप्पणी नहीं’

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शेख हसीना के प्रत्यावर्तन पर भारत का 'कोई टिप्पणी नहीं'

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. भारत ने बांग्लादेश की शेख हसीना के प्रत्यावर्तन के अनुरोध पर ‘कोई टिप्पणी नहीं’ की।
  2. शेख हसीना ने अगस्त में भारत में शरण ली थी।
  3. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना के प्रत्यावर्तन के लिए अनुरोध किया।
  4. शेख हसीना पर मानवता के खिलाफ अपराधों के आरोप हैं।
  5. भारत और बांग्लादेश के बीच प्रत्यावर्तन संधि पहले से ही मौजूद है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

शेख हसीना के प्रत्यावर्तन पर भारत का ‘कोई टिप्पणी नहीं’

भारत ने सोमवार को पुष्टि की कि उसे बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से शेख हसीना के प्रत्यावर्तन के लिए एक आधिकारिक अनुरोध प्राप्त हुआ है। इस अनुरोध को बांग्लादेश के नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने भेजा है।

विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया

विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने इस विकास की पुष्टि करते हुए कहा, “हम पुष्टि करते हैं कि हमें आज बांग्लादेश उच्चायोग से प्रत्यावर्तन अनुरोध के संबंध में एक नोट वर्बाले प्राप्त हुआ है। वर्तमान में, हमारे पास इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं है।” एक नोट वर्बाले एक औपचारिक राजनयिक संचार होता है, जो तीसरे व्यक्ति में लिखा जाता है और उस पर हस्ताक्षर नहीं होते।

बांग्लादेश का अनुरोध

इससे पहले दिन में, बांग्लादेश के डिफैक्टो विदेश मंत्री तौहीद हुसैन ने ढाका में बताया कि देश ने शेख हसीना के प्रत्यावर्तन के लिए भारत के विदेश मंत्रालय को एक राजनयिक नोट भेजा है। हुसैन ने पत्रकारों से कहा, “हमने भारतीय सरकार को एक नोट वर्बाले भेजा है कि बांग्लादेश उन्हें न्यायिक प्रक्रिया के लिए वापस चाहता है।”

शेख हसीना का मामला

शेख हसीना, 77 वर्ष की, ने 5 अगस्त को बांग्लादेश से नई दिल्ली में शरण ली थी, जब बड़े विरोध प्रदर्शनों ने उनके 16 साल के शासन को समाप्त कर दिया था। वर्तमान में, उनके खिलाफ कई अदालत मामलों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें मानवता के खिलाफ अपराधों के आरोप शामिल हैं। हसीना और उनके करीबी सहयोगियों के खिलाफ ढाका स्थित अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है और यूनुस सरकार ने उनके गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल की मदद मांगी है।

प्रत्यावर्तन प्रक्रिया

बांग्लादेश के गृह सलाहकार जाहंगीर आलम ने बताया कि उनके कार्यालय ने भारत से शेख हसीना के प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए विदेश मंत्रालय को एक पत्र भेजा है। उन्होंने बताया, “हमने उनके प्रत्यावर्तन के संबंध में विदेश मंत्रालय को एक पत्र भेजा है। प्रक्रिया वर्तमान में चल रही है।” आलम ने कहा कि ढाका और नई दिल्ली के बीच पहले से ही एक प्रत्यावर्तन संधि मौजूद है और शेख हसीना को इसके तहत बांग्लादेश वापस लाया जा सकता है।

याद रखने योग्य बातें

  1. भारत ने बांग्लादेश की शेख हसीना के प्रत्यावर्तन के अनुरोध पर ‘कोई टिप्पणी नहीं’ की।
  2. शेख हसीना पर मानवता के खिलाफ अपराधों के आरोप हैं।
  3. बांग्लादेश ने शेख हसीना के प्रत्यावर्तन के लिए इंटरपोल की मदद मांगी है।
  4. प्रत्यावर्तन संधि के तहत शेख हसीना को बांग्लादेश वापस लाया जा सकता है।
  5. भारत और बांग्लादेश के बीच प्रत्यावर्तन प्रक्रिया चल रही है।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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