Aakhir Tak – In Shorts
- महाराष्ट्र के लेखक जगदीश उइके को फर्जी बम धमकी भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
- उइके ने ईमेल और कॉल के माध्यम से 100 से अधिक धमकी भेजी थीं, जिसमें पीएमओ और वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
- उइके का उद्देश्य आतंकवाद नहीं बल्कि ध्यान आकर्षित करना बताया जा रहा है।
Aakhir Tak – In Depth
जगदीश उइके की गिरफ्तारी और केस की प्रमुख बातें
महाराष्ट्र के नागपुर से लेखक जगदीश उइके (35) को पुलिस ने देशभर में आतंक फैलाने के लिए झूठी बम धमकी भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया। उइके ने ईमेल और कॉल के जरिए प्रधानमंत्री कार्यालय, प्रमुख सरकारी अधिकारियों और विभिन्न एयरलाइनों को 100 से अधिक धमकियां भेजी थीं। नागपुर पुलिस डीसीपी लोहित मातानी ने बताया कि उइके ने आतंकवाद पर एक किताब लिखी थी जो अमेज़न पर उपलब्ध है। पुलिस ने उनके मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं, जिनका उपयोग धमकी भरे संदेश भेजने के लिए किया गया था।
उइके पर आरोप है कि जनवरी से उन्होंने विभिन्न स्थानों पर बम रखे होने की झूठी जानकारी देने वाले ईमेल भेजे। 25 से 30 अक्टूबर के बीच, उइके ने 30 स्थानों पर विस्फोट की धमकी दी थी। इन धमकियों में बड़े राजनेताओं और सरकारी अधिकारियों, जैसे केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी निशाना बनाया गया था। पुलिस ने उनकी गतिविधियों को ट्रैक कर उन्हें गिरफ्तार किया। हालांकि, अब तक उनके किसी आतंकवादी संगठन से जुड़ाव के प्रमाण नहीं मिले हैं।
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