मध्य पूर्व युद्ध 2025: नवीनतम अपडेट और विश्लेषण

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मध्य पूर्व युद्ध 2025: नवीनतम अपडेट और विश्लेषण

आख़िर तक – एक नज़र में

  • मध्य पूर्व युद्ध की स्थिति: गाजा में इजरायल-हमास युद्ध 2025 में मानवीय संकट को गहरा रहा है।
  • भुखमरी का खतरा: गाजा में भोजन की कमी से लाखों लोग भुखमरी का सामना कर रहे हैं।
  • शांति वार्ता की बाधा: कतर में वार्ता रुकी, इजरायल की वापसी पर असहमति बनी।
  • वैश्विक दबाव: ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी ने गाजा में सहायता प्रतिबंध हटाने की माँग की।
  • क्षेत्रीय तनाव: इजरायल-ईरान तनाव और सीरिया में अशांति ने युद्ध को जटिल बनाया।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

मध्य पूर्व युद्ध 2025: गाजा में संकट

मध्य पूर्व युद्ध, विशेष रूप से गाजा में इजरायल-हमास संघर्ष, 2025 में गंभीर स्थिति में है। 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद शुरू हुआ यह युद्ध अब तक 46,000 से अधिक लोगों की जान ले चुका है, जिसमें अधिकांश नागरिक हैं। गाजा की 22 लाख आबादी में से 19 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गाजा में भुखमरी से संबंधित मौतों में “घातक वृद्धि” की चेतावनी दी है। 15 जनवरी 2025 को इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम हुआ, जिसमें 33 इजरायली बंधकों की रिहाई के बदले फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा गया। हालांकि, युद्धविराम के बाद भी हिंसा जारी है।

इजरायल की सैन्य कार्रवाई और मानवीय संकट

इजरायल ने 21 जुलाई 2025 को गाजा के दैर अल-बलह में बड़े पैमाने पर हवाई और जमीनी हमले शुरू किए, जो मानवीय सहायता का केंद्र है। रविवार को 85 लोग मारे गए, जो भोजन सहायता की तलाश में थे। विश्व खाद्य कार्यक्रम ने बताया कि लोग इजरायल की सीमा के पास आटे की उम्मीद में जमा हुए थे, जब टैंक और स्नाइपर्स ने गोलीबारी की। गाजा में 73 लोग सहायता की प्रतीक्षा में मारे गए। अस्पतालों में ईंधन की कमी से इन्क्यूबेटर बंद होने का खतरा है। डॉक्टर भुखमरी से कमजोर होकर बेहोश हो रहे हैं। गाजा में 18 महीने का बच्चा, मोहम्मद, कुपोषण के कारण केवल 6 किलो का है।

शांति वार्ता की चुनौतियाँ

कतर में शांति वार्ता रुकी हुई है, क्योंकि इजरायल की सेना की वापसी पर असहमति बनी है। अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने हमास पर वार्ता में “इच्छा की कमी” का आरोप लगाया। संयुक्त राष्ट्र ने मार्च 2024 में प्रस्ताव 2728 पारित किया, जिसमें रमजान के दौरान युद्धविराम और बंधकों की रिहाई की माँग की गई थी, लेकिन इसका पालन नहीं हुआ। ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने इजरायल से सहायता प्रतिबंध हटाने की माँग की, इसे “मानवीय आपदा” करार दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि इजरायल हमास को पूरी तरह खत्म करने की रणनीति पर है, लेकिन यह युद्ध को लंबा खींच सकता है।

क्षेत्रीय तनाव: इजरायल-ईरान और सीरिया

इजरायल और ईरान के बीच तनाव 2025 में चरम पर रहा। जून 2025 में इजरायल ने ईरान के तीन परमाणु संयंत्रों पर हमला किया, जिसके जवाब में ईरान ने कतर में अमेरिकी सैन्य अड्डे पर 19 मिसाइलें दागीं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे “12 दिन का युद्ध” करार देकर युद्धविराम की घोषणा की, जो 24 जून 2025 को लागू हुआ। सीरिया में, दिसंबर 2024 में असद शासन के पतन के बाद अशांति बढ़ी। इजरायल ने सीरिया-इजरायल सीमा पर कब्जा किया, और दारा व सुवेदा में हवाई हमले किए। सुवेदा में द्रूज़ और बेदौइन मिलिशिया के बीच सांप्रदायिक हिंसा में अस्पताल प्रभावित हुए।

वैश्विक प्रतिक्रिया और प्रतिबंध

फ्रांस ने 2025 में फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता दी, जिसे ट्रम्प और इजरायल ने खारिज किया। ब्रिटेन ने भविष्य में फिलिस्तीनी राज्य का समर्थन किया, लेकिन युद्धविराम को प्राथमिकता दी। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने बताया कि मई 2024 से 1,000 से अधिक फिलिस्तीनी सहायता की तलाश में मारे गए। सऊदी अरब ने इजरायल के साथ सामान्यीकरण वार्ता रोक दी। संयुक्त राष्ट्र खाद्य एजेंसी ने गाजा में भोजन वितरण में बाधा को “अस्वीकार्य” बताया। ईरान ने रूस के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाया, और चीन से सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें प्राप्त कीं।

मानवीय प्रभाव और वैश्विक चिंता

गाजा में 80 लाख लोग प्रभावित हैं, और 21 लाख की आबादी भुखमरी का सामना कर रही है। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी कि एक तिहाई लोग कई दिनों तक भोजन के बिना रह रहे हैं। गाजा की एकमात्र कैथोलिक चर्च पर इजरायली हमले में पादरी गेब्रियल रोमनैली घायल हुए। चार फिलिस्तीनी महिलाओं की डायरी, “वॉयसेज ऑफ रेजिस्टेंस,” में बताया गया कि कैसे लोग नरसंहार के बीच जीवित रहने के लिए अनुकूलन कर रहे हैं। वैश्विक दबाव के बावजूद, इजरायल ने गाजा में सहायता वितरण पर सख्ती बरती, जिसे मानवाधिकार समूहों ने “युद्ध अपराध” करार दिया।

विशेषज्ञों का विश्लेषण

विशेषज्ञों का मानना है कि मध्य पूर्व युद्ध क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए खतरा है। गाजा में युद्धविराम की संभावना कम है, क्योंकि इजरायल और हमास के बीच विश्वास की कमी है। ईरान और इजरायल के बीच तनाव क्षेत्र को और अस्थिर कर सकता है। स्टिमसन सेंटर के विश्लेषण के अनुसार, गाजा में दीर्घकालिक युद्धविराम और पुनर्निर्माण की संभावना 2026 तक कम है। वैश्विक दक्षिण में कई देश इजरायल की आलोचना कर रहे हैं, जबकि अमेरिका का समर्थन इजरायल के लिए महत्वपूर्ण बना हुआ है।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • मध्य पूर्व युद्ध की तीव्रता: गाजा में इजरायल-हमास युद्ध ने मानवीय संकट को बढ़ाया।
  • भुखमरी का संकट: गाजा में 21 लाख लोग भोजन की कमी से जूझ रहे हैं।
  • शांति वार्ता रुकी: कतर में वार्ता असफल, इजरायल की वापसी पर विवाद।
  • इजरायल-ईरान तनाव: 12 दिन का युद्ध समाप्त, लेकिन क्षेत्रीय अशांति बरकरार।
  • वैश्विक माँग: सहायता प्रतिबंध हटाने और युद्धविराम की तत्काल आवश्यकता।

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