आख़िर तक – एक नज़र में
- हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
- चौटाला को गुरुग्राम स्थित उनके आवास पर दिल का दौरा पड़ा था।
- वे सात बार विधायक और पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे।
- उनका राजनीतिक करियर कई विवादों से घिरा रहा, जिसमें भर्ती घोटाला भी शामिल है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) के नेता ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार को 89 वर्ष की आयु में गुरुग्राम स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। ओम प्रकाश चौटाला (Om Prakash Chautala) हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा नाम थे।
राजनीतिक करियर
चौटाला सात बार विधायक रहे और उन्होंने पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने पहली बार दिसंबर 1989 में मुख्यमंत्री पद संभाला था, और उनका आखिरी दो कार्यकाल 1999 से 2005 तक लगातार रहा। उनका जन्म जनवरी 1935 में एक प्रसिद्ध राजनीतिक परिवार में हुआ था। वे चौधरी देवी लाल के पुत्र थे, जो भारत के छठे उप-प्रधानमंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री भी थे।
विवाद और कारावास
चौटाला का राजनीतिक जीवन विवादों से भरा रहा, जिनमें से एक भर्ती घोटाला भी था जिसके कारण उन्हें जेल जाना पड़ा। उन्हें 1999-2000 के दौरान हरियाणा में जूनियर बेसिक शिक्षकों की नियुक्ति में धोखाधड़ी के लिए 2013 में 10 साल की सजा सुनाई गई थी। उन्होंने साढ़े नौ साल जेल में बिताए और जुलाई 2021 में तिहाड़ जेल से रिहा हुए।
राजनीतिक गठजोड़
चौटाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और तीसरे मोर्चे, जो 2009 में गठित एक गठबंधन था और जो न तो NDA का हिस्सा था और न ही कांग्रेस के नेतृत्व वाले UPA का, दोनों का हिस्सा थे। वे 1987 में राज्यसभा के लिए चुने गए और 1990 तक वहां रहे।
शोक संवेदनाएं
चौटाला के निधन पर राजनीतिक जगत के कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि चौटाला कई वर्षों तक राज्य की राजनीति में सक्रिय रहे और उन्होंने देवी लाल के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किया। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसे राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया। कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इसे अपनी व्यक्तिगत क्षति बताया। उन्होंने कहा कि चौटाला ने हरियाणा को एक विधायक, सांसद और मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी।
परिवार और विरासत
ओम प्रकाश चौटाला (Om Prakash Chautala) का निधन हरियाणा की राजनीति के लिए एक बड़ा झटका है। उनका राजनीतिक प्रभाव और उनके द्वारा निभाए गए पदों ने हरियाणा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण अध्याय बनाया। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला (Om Prakash Chautala) का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे सात बार विधायक और पांच बार मुख्यमंत्री रहे। उनका राजनीतिक करियर विवादों से घिरा रहा। राजनीतिक नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.