आख़िर तक – एक नज़र में
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रोएशिया का ऐतिहासिक दौरा किया। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है।
- इस दौरे से मजबूत होते भारत-क्रोएशिया संबंध नई दिशा लेंगे। व्यापार और निवेश पर विशेष ध्यान दिया गया।
- दोनों देशों ने रक्षा, प्रौद्योगिकी, और पर्यटन में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
- पीएम मोदी क्रोएशिया दौरा के दौरान चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
- भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) में क्रोएशिया की भूमिका अहम होगी।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऐतिहासिक दौरे में क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच से मुलाकात की। पीएम मोदी क्रोएशिया दौरा दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। यह भारत-क्रोएशिया संबंध को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली आधिकारिक यात्रा है।
ऐतिहासिक स्वागत और द्विपक्षीय वार्ता
प्रधानमंत्री मोदी के ज़ाग्रेब हवाई अड्डे पर आगमन पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री प्लेंकोविच ने खुद उनकी अगवानी की। इसके बाद ऐतिहासिक बांस्की ड्वोरी महल में पीएम मोदी को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। दोनों नेताओं ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। यह द्विपक्षीय वार्ता बहुत व्यापक थी। इसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
सहयोग के नए अवसर
दोनों प्रधानमंत्रियों ने द्विपक्षीय साझेदारी पर विस्तार से बात की। व्यापार और निवेश बढ़ाने पर सहमति बनी। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सहयोग के अवसर तलाशे गए। रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में साझेदारी पर भी जोर दिया गया। अंतरिक्ष, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों को बेहतर बनाने पर चर्चा हुई। नेताओं ने माना कि बुनियादी ढांचे और बंदरगाहों में अपार संभावनाएं हैं। डिजिटलीकरण, AI और नवीकरणीय ऊर्जा में मिलकर काम करने पर सहमति हुई। फार्मा और पर्यटन क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ेगा। क्रोएशिया में भारतीय संस्कृति और योग की लोकप्रियता की सराहना की गई।
व्यापार, निवेश और कनेक्टिविटी पर जोर
दोनों नेताओं ने स्टार्ट-अप और इनोवेशन साझेदारी का स्वागत किया। उन्होंने व्यापारिक सहयोग को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक अहम सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि क्रोएशिया भारतीय प्रतिभा का लाभ उठा सकता है। इसके लिए मोबिलिटी के क्षेत्र में संस्थागत सहयोग स्थापित करने का आह्वान किया। कनेक्टिविटी में सुधार पर दोनों नेता सहमत हुए। भारत-यूरोप आर्थिक गलियारा [IMEC] का विशेष उल्लेख किया गया। क्रोएशिया मध्य और दक्षिण-पूर्वी यूरोप में भारत का प्रवेश द्वार बन सकता है।
वैश्विक मुद्दों और आतंकवाद पर साझा रुख
चर्चा में महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दे भी शामिल थे। संयुक्त राष्ट्र सुधारों पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ। जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों पर भी बात हुई। दोनों नेताओं ने आतंकवाद से उत्पन्न खतरों पर चर्चा की। पीएम मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में क्रोएशिया के मजबूत समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। भारत-यूरोपीय संघ के रणनीतिक संबंधों पर संतोष व्यक्त किया गया। भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को जल्द पूरा करने का समर्थन किया गया।
चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर
वार्ता के बाद, दोनों देशों के बीच चार महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर हुए। यह भारत-क्रोएशिया समझौता कृषि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हुआ। संस्कृति और हिंदी चेयर के नवीनीकरण पर भी समझौते हुए। इस अवसर पर एक संयुक्त बयान भी जारी किया गया। प्रधानमंत्री प्लेंकोविच ने प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया। पीएम मोदी ने उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- पीएम मोदी क्रोएशिया दौरा किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है, जो ऐतिहासिक है।
- इस यात्रा ने भारत-क्रोएशिया संबंध को मजबूत किया, जिसमें व्यापार, रक्षा और तकनीक प्रमुख थे।
- भारत-यूरोप आर्थिक गलियारे में क्रोएशिया भारत के लिए एक महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार साबित हो सकता है।
- कृषि, विज्ञान, और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में चार महत्वपूर्ण भारत-क्रोएशिया समझौता पर हस्ताक्षर किए गए।
- दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई और वैश्विक मुद्दों पर साझा दृष्टिकोण व्यक्त किया।
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