आख़िर तक – शॉर्ट्स में
- भाजपा के भूमि जिहाद के आरोपों के बाद वक्फ बिल समिति प्रमुख जगदंबिका पाल कर्नाटक पहुंचे।
- पाल ने किसानों से मुलाकात कर उनकी जमीन के वक्फ संपत्ति के रूप में दावा किए जाने पर जानकारी ली।
- भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या के आग्रह पर पाल ने हावेरी, विजयपुर और बेलगावी में दौरा किया।
- विपक्ष ने पाल के इस दौरे को एकतरफा बताते हुए इसे राजनीतिक कदम कहा।
- आधिकारिक समिति का दौरा 9 से 14 नवंबर को लखनऊ और हैदराबाद में होगा।
आख़िर तक – विस्तार से
भाजपा के भूमि जिहाद आरोप पर वक्फ बिल समिति प्रमुख का दौरा
वक्फ (संशोधन) बिल पर संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष, जगदंबिका पाल ने कर्नाटक के किसानों से मिलने के लिए एक “तथ्य-जांच” यात्रा की। इस दौरे का उद्देश्य उन आरोपों की जांच करना है जिनमें किसानों ने दावा किया कि उनकी जमीन को वक्फ संपत्ति के रूप में घोषित कर दिया गया। भाजपा ने इसे ‘भूमि जिहाद’ करार दिया है।
भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या के आग्रह पर पाल ने कर्नाटक का दौरा किया। पाल ने कर्नाटक के उत्तरी क्षेत्रों हावेरी, विजयपुर और बेलगावी में किसानों से मुलाकात की। किसानों ने अपनी जमीनों पर वक्फ बोर्ड के दावे की शिकायत करते हुए बताया कि उनके पास वर्षों से इस भूमि का मालिकाना हक है, लेकिन अब इसे वक्फ संपत्ति बताया जा रहा है।
राजनीतिक खींचतान और विपक्ष का विरोध
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भाजपा के इस आरोप को “राजनीतिक ड्रामा” बताया और कहा कि भाजपा ने 2019 में ही इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा, “मेरी सरकार किसी रिकॉर्ड में बदलाव नहीं करेगी।”
शिवकुमार ने यह भी कहा कि वक्फ बिल समिति के पास राज्य के भूमि मामलों में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है। विपक्षी दलों के कुछ सदस्यों ने पाल के इस दौरे को एकतरफा बताते हुए इसे राजनीतिक कदम करार दिया।
भाजपा नेताओं का समर्थन
दूसरी ओर, भाजपा सांसद शोभा करंदलाजे ने पाल के दौरे का समर्थन करते हुए कहा कि “भूमि आतंकवाद” को समाप्त करना होगा और उम्मीद जताई कि पाल इस मामले का स्थायी समाधान निकालेंगे।
आधिकारिक समिति का दौरा 9 से 14 नवंबर तक लखनऊ और हैदराबाद में प्रस्तावित है जहां वे विभिन्न हितधारकों से मिलेंगे और इस संवेदनशील मुद्दे पर अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे।
याद रखने योग्य मुख्य बातें
- जगदंबिका पाल ने वक्फ भूमि विवाद पर कर्नाटक में किसानों से मुलाकात की।
- भाजपा ने इसे भूमि जिहाद बताया और किसानों के मुद्दों को उठाया।
- डीके शिवकुमार ने भाजपा के आरोपों को “राजनीतिक ड्रामा” करार दिया।
- आधिकारिक समिति का दौरा लखनऊ और हैदराबाद में 9-14 नवंबर को प्रस्तावित।
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