आख़िर तक – एक नज़र में
- AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार को पाकिस्तान पर निर्णायक कार्रवाई की सलाह दी।
- उन्होंने कहा ‘घर में घुसकर मारेंगे’ नहीं, इस बार ‘घर में घुसकर बैठ जाना’ चाहिए।
- ओवैसी ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर कब्जा करने का सीधा आह्वान किया।
- उन्होंने 2019 में आतंकी लॉन्च पैड न छीनने पर सरकार की आलोचना की।
- ओवैसी ने संसद प्रस्ताव का हवाला देते हुए कहा कि पीओके भारत का हिस्सा है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
असदुद्दीन ओवैसी की सरकार को पीओके पर सीधी सलाह
AIMIM प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की नसीहत दी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चर्चित बयान ‘घर में घुसकर मारेंगे’ के बजाय इस बार ‘घर में घुसकर बैठ जाने’ की बात कही। ओवैसी का इशारा साफ तौर पर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर सैन्य और रणनीतिक कार्रवाई कर उसे वापस लेने की ओर था। असदुद्दीन ओवैसी पीओके मुद्दे पर हमेशा मुखर रहे हैं।
‘इस बार घर में घुसकर बैठ जाना’
गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में असदुद्दीन ओवैसी ने यह बयान दिया। उनसे पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा कथित तौर पर चौकियां खाली करने और परिवारों के लंदन भागने की हालिया अपुष्ट खबरों पर सवाल पूछा गया था। इन खबरों का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा, “अगर आपकी खबर सही है, तो यह बहुत अच्छा है; हमें जाकर उस जगह पर कब्जा कर लेना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “इस बार उसे छोड़ना नहीं। अगर उन्होंने जगह खाली कर दी है और चले गए हैं, तो हमें जाकर वहां बैठ जाना चाहिए।” ओवैसी ने भाजपा नीत केंद्र सरकार से स्पष्ट रूप से कहा कि बयानबाजी के बजाय सीधे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर नियंत्रण स्थापित करना चाहिए।
2019 की कार्रवाई और सरकार की आलोचना
असदुद्दीन ओवैसी ने 2019 में नियंत्रण रेखा (LoC) के पार आतंकी लॉन्च पैडों पर कब्जा न करने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना भी की। उन्होंने कहा, “काश 2019 में, नरेंद्र मोदी ने उन लॉन्चिंग पैड की जमीनों पर कब्जा कर लिया होता जहां से आतंकवादी काम करते हैं।” उन्होंने सरकार के पिछले रुख पर टिप्पणी करते हुए कहा, “उन्होंने कहा था कि वे उनके पास जाकर उन्हें मारेंगे; इस बार आपको वहां जाकर बस कब्जा कर लेना चाहिए।” यह असदुद्दीन ओवैसी पीओके पर कब्जे की मांग को और पुष्ट करता है।
संसद प्रस्ताव का हवाला
हैदराबाद के सांसद ने अपनी बात को पुख्ता करने के लिए भारतीय संसद प्रस्ताव का भी हवाला दिया। उन्होंने जोर देकर कहा, “भारत की संसद में पहले से ही एक प्रस्ताव है कि पीओके हमारा है। तो इस बार कार्रवाई करें।” उन्होंने स्पष्ट किया कि यह रुख स्वयं संसद द्वारा समर्थित है। ओवैसी ने कहा, “वे क्षेत्र [पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर] भारत का हिस्सा हैं।”
आतंकी हमलों का जिक्र और निर्णायक कार्रवाई की मांग
असदुद्दीन ओवैसी ने लगातार हो रहे आतंकी हमलों के खतरे को रेखांकित किया। उन्होंने हैदराबाद में लुंबिनी पार्क और दिलसुखनगर से लेकर मुंबई में 26/11 और 2019 में पुलवामा तक, कई हमलों का जिक्र किया। उन्होंने भावुक होते हुए कहा, “एक तेलुगु पंडित ने अपनी बेटी खो दी। निजामाबाद की एक दुल्हन के हाथों में मेंहदी लगी थी और वह वीटी स्टेशन पर मारी गई।” उन्होंने यह भी जोड़ा, “पिछले साल वैष्णो देवी के पास सात पर्यटक मारे गए थे।”
ओवैसी ने कहा कि विपक्षी दल लगातार सरकार से निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह करते रहे हैं। उन्होंने सरकार पर जिम्मेदारी डालते हुए कहा, “आप सत्ता में हैं, आपको इन चीजों को खत्म करना होगा।” असदुद्दीन ओवैसी का यह बयान पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग करता है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर कब्जे की वकालत की।
- उन्होंने ‘घर में घुसकर मारेंगे’ की बजाय ‘घर में घुसकर बैठ जाने’ की निर्णायक कार्रवाई का सुझाव दिया।
- ओवैसी ने पीओके को भारत का अभिन्न अंग बताने वाले संसद प्रस्ताव का उल्लेख किया।
- उन्होंने 2019 में आतंकी लॉन्च पैड पर कब्जा न करने पर सरकार की आलोचना की।
- विभिन्न आतंकी हमलों का जिक्र कर, उन्होंने सरकार से समस्या का स्थायी समाधान करने को कहा।
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