दिल्ली आईएएस कोचिंग सेंटर में छात्र की मौत के बाद गिरफ्तारियां और कार्रवाई
परिचय
दिल्ली में Rau’s IAS Study Circle के मालिक और समन्वयक की गिरफ्तारी के बाद तीन छात्रों की मौत की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पीड़ितों में तनिया सोनी, श्रेया यादव, और नेविन डलविन शामिल हैं, जिनकी मौत कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बाढ़ के कारण हुई।
घटनाक्रम के विवरण
राव के आईएएस स्टडी सर्कल के बेसमेंट में बाढ़ आ गई, जिससे तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत हो गई। एनडीआरएफ के व्यापक बचाव अभियान के बाद मृतकों के शव मिले।
कानूनी कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक और समन्वयक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 105, 106(1), 115/2, 290 और 35 के तहत मामला दर्ज किया है। यह गिरफ्तारी सुरक्षा नियमों के पालन की गंभीरता को दर्शाती है।
मेयर की प्रतिक्रिया
घटना के बाद, दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने सभी बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर के खिलाफ तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया है। उन्होंने दिल्ली नगर निगम (MCD) कमिश्नर को इन संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
जांच और अगले कदम
मेयर ओबेरॉय ने यह भी आदेश दिया है कि यह पता लगाने के लिए जांच की जाए कि क्या कोई MCD अधिकारी इस त्रासदी में लापरवाह था। इसका उद्देश्य भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकना और निर्माण सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना है।
बचाव अभियान
एनडीआरएफ का बचाव अभियान सात घंटे तक चला। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (सेंट्रल) एम हार्शा वर्धन ने पुष्टि की कि अभियान समाप्त हो गया और तीन शवों की बरामदगी हुई। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा कर रही है।
यह त्रासदी दिल्ली में कोचिंग सेंटरों के सुरक्षा नियमों की गंभीर समीक्षा को प्रेरित करती है। गिरफ्तारियां और मेयर की कार्रवाई यह दर्शाती है कि सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन आवश्यक है ताकि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
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