द्वारका एक्सप्रेसवे: NH48 पर ट्रैफिक जाम से राहत जल्द

Logo (144 x 144)
6 Min Read
द्वारका एक्सप्रेसवे: NH48 पर ट्रैफिक जाम से राहत जल्द

आख़िर तक – एक नज़र में

  • एनएचएआई ने द्वारका एक्सप्रेसवे पर नए टनल और अंडरपास का ट्रायल रन शुरू किया है।
  • इसका मुख्य लक्ष्य एनएच48 के दिल्ली-गुरुग्राम खंड पर ट्रैफिक जाम कम करना है।
  • यह ट्रायल रन द्वारका/यशोभूमि को एयरपोर्ट और गुरुग्राम से बेहतर कनेक्टिविटी देगा।
  • टनल में 4.5 मीटर ऊंचे वाहनों और कुछ विशेष वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
  • द्वारका एक्सप्रेसवे की यह टनल 5 जून 2025 से पूरी तरह चालू होने की उम्मीद है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

एनएचएआई ने द्वारका एक्सप्रेसवे पर यातायात प्रवाह को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। दिल्ली-गुरुग्राम के एनएच48 खंड पर बढ़ते ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए यह पहल की गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने 29 मई 2025 से द्वारका एक्सप्रेसवे के दिल्ली खंड पर टनल और अंडरपास का ट्रायल रन शुरू कर दिया है। यह ट्रायल प्रतिदिन दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे तक चलेगा। यह कदम दिल्ली-एनसीआर में गतिशीलता बढ़ाने और ट्रैफिक जाम को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति है।

ट्रायल रन का विवरण और कनेक्टिविटी
ट्रायल रन के लिए खोले गए अंडरपास में एक शैलो टनल (उथली सुरंग) शामिल है। यह टनल द्वारका और यशोभूमि को एयरपोर्ट अंडरपास के माध्यम से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) एयरपोर्ट से जोड़ेगी। इसी तरह, एयरपोर्ट से द्वारका/यशोभूमि की ओर भी आवागमन सुगम होगा। इसके अतिरिक्त, उपयोगकर्ता शैलो टनल और राइट टर्न अंडरपास का उपयोग करके द्वारका/यशोभूमि से गुरुग्राम (सिरहौल की ओर) भी जा सकेंगे। टर्मिनल 3 से गुरुग्राम (सिरहौल की ओर) जाने के लिए एयरपोर्ट अंडरपास और राइट टर्न अंडरपास का संयोजन भी उपलब्ध होगा। यह नई कनेक्टिविटी द्वारका एक्सप्रेसवे को और अधिक उपयोगी बनाएगी।

ट्रायल अवधि का महत्व
यह ट्रायल अवधि एनएचएआई के लिए महत्वपूर्ण है। इससे प्राधिकरण को यातायात पैटर्न, सुरक्षा उपायों और बुनियादी ढांचे की दक्षता की निगरानी और मूल्यांकन करने में मदद मिलेगी। इसका उद्देश्य शहर के परिवहन नेटवर्क में इन नई संरचनाओं का सहज एकीकरण सुनिश्चित करना है। एनएचएआई इस दौरान सभी पहलुओं का बारीकी से अध्ययन करेगा ताकि द्वारका एक्सप्रेसवे का यह हिस्सा सुरक्षित और कुशल साबित हो।

सुरक्षा और नियम
इस नई टनल के उपयोग के लिए कुछ नियम भी निर्धारित किए गए हैं। टनल में 4.5 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। इसके अलावा, धीमी गति से चलने वाले वाहन जैसे दोपहिया, तिपहिया वाहन और ज्वलनशील पदार्थ ले जाने वाले वाहन, जैसे तेल टैंकर, को भी टनल और अंडरपास में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। यह सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

पूर्ण परिचालन की संभावना
एनएचएआई के अनुसार, यह टनल 5 जून 2025 से पूरी तरह चालू होने की संभावना है। पूर्ण परिचालन शुरू होने के बाद, यह दिल्ली-गुरुग्राम मार्ग पर ट्रैफिक जाम की समस्या को काफी हद तक कम कर देगा। द्वारका एक्सप्रेसवे का यह खंड लाखों दैनिक यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आएगा।

उन्नत इंजीनियरिंग और सुरक्षा सुविधाएँ
इस टनल का निर्माण उन्नत इंजीनियरिंग और सुरक्षा सुविधाओं का उपयोग करके किया गया है। यात्रियों की सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए इसमें सीसीटीवी निगरानी प्रणाली, एक समर्पित नियंत्रण कक्ष और आपातकालीन निकास द्वार जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। ये सभी उपाय द्वारका एक्सप्रेसवे के इस हिस्से को सुरक्षित बनाएंगे।

परियोजना के व्यापक लाभ
इस टनल का रणनीतिक स्थान और लेआउट दैनिक यात्रियों की एक बड़ी संख्या को लाभान्वित करेगा। यह सतही सड़कों पर बोझ कम करेगा और ट्रैफिक जाम को भी घटाएगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह द्वारका एक्सप्रेसवे को सीधे इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) एयरपोर्ट से जोड़ता है।

एक बार पूरी तरह चालू हो जाने पर, ये अंडरपास शैलो टनल के माध्यम से आईजीआई एयरपोर्ट के लिए वैकल्पिक कनेक्टिविटी प्रदान करेंगे। इससे दिल्ली, गुरुग्राम और उत्तरी शहरों के बीच संपर्क में काफी सुधार होगा। यह गुरुग्राम, वसंत कुंज, द्वारका, अलीपुर जैसे प्रमुख क्षेत्रों के बीच यातायात प्रवाह को सुव्यवस्थित करने में मदद करेगा। साथ ही, यह दिल्ली-एनसीआर के भीतर और आसपास के अन्य गलियारों के साथ कनेक्टिविटी को भी बढ़ाएगा। इससे गुरुग्राम, फरीदाबाद और मानेसर से सोनीपत, पानीपत और चंडीगढ़ जैसे उत्तरी गंतव्यों की ओर यातायात की सुगम आवाजाही सुनिश्चित होगी, जिससे एनएच48 पर दबाव कम होगा। द्वारका एक्सप्रेसवे का यह विकास एनसीआर की ट्रैफिक व्यवस्था में मील का पत्थर साबित होगा।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • द्वारका एक्सप्रेसवे पर टनल और अंडरपास का ट्रायल रन 29 मई 2025 से शुरू हो गया है।
  • इसका मुख्य उद्देश्य एनएच48 के दिल्ली-गुरुग्राम खंड पर ट्रैफिक जाम कम करना है।
  • यह द्वारका/यशोभूमि को आईजीआई एयरपोर्ट और गुरुग्राम से बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
  • टनल में 4.5 मीटर से ऊंचे वाहनों और धीमे वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है।
  • द्वारका एक्सप्रेसवे की यह महत्वपूर्ण टनल 5 जून 2025 से पूरी तरह चालू हो सकती है।

Discover more from Hindi News, हिंदी न्यूज़ , Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi, ताजा ख़बरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

आख़िर तक
Share This Article
कोई टिप्पणी नहीं

Leave a ReplyCancel reply

Exit mobile version