आख़िर तक – एक नज़र में:
- दिल्ली के बिजवासन में ED टीम पर साइबर धोखाधड़ी मामले की रेड के दौरान हमला हुआ।
- यह मामला PPPYL साइबर एप फ्रॉड से जुड़ा हुआ है।
- आरोपी अशोक शर्मा और उनके भाई ने टीम पर हमला किया।
- ED सूत्रों के अनुसार, देश भर में हजारों साइबर अपराध रिपोर्ट हुए हैं।
- इन अपराधों में अवैध धन 15,000 म्यूल खातों में जमा किया गया था।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार:
घटना का विवरण
गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम दिल्ली के बिजवासन में एक साइबर धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी कर रही थी। इस दौरान टीम पर हमला हुआ। घटना में कोई चोटिल नहीं हुआ।
साइबर फ्रॉड का मामला
ED ने PPPYL साइबर एप फ्रॉड के संबंध में FIR दर्ज की थी। यह एप अवैध लेनदेन और मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त था। आरोपी अशोक शर्मा और उनके भाई ने ED टीम पर हमला किया।
धोखाधड़ी का नेटवर्क
ED सूत्रों के अनुसार, देशभर में फिशिंग स्कैम, QR कोड धोखाधड़ी और पार्ट-टाइम जॉब स्कैम जैसे हजारों साइबर अपराध हुए हैं। i4C और FIU-IND की मदद से इन अपराधों का विश्लेषण किया गया।
अवैध मनी ट्रेल
जांच में पाया गया कि अवैध धन 15,000 म्यूल खातों में डाला गया। इन खातों से धन UAE आधारित Pyypl पेमेंट एग्रीगेटर के वर्चुअल खातों में ट्रांसफर किया गया। इसके बाद इस धन से क्रिप्टोकरेंसी खरीदी गई।
जांच जारी
ED का कहना है कि इस नेटवर्क में कई शैडी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स शामिल हैं। मामले की जांच और छापेमारी अभी भी जारी है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें:
- ED टीम पर दिल्ली में साइबर धोखाधड़ी केस के दौरान हमला।
- PPPYL साइबर एप फ्रॉड से जुड़ा मामला।
- 15,000 म्यूल खातों का उपयोग कर मनी लॉन्ड्रिंग।
- मामले में मुख्य आरोपी अशोक शर्मा और उनके भाई।
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