भारतीय वायुसेना के पायलट्स का Axiom-4 मिशन के लिए चयन
भारतीय वायुसेना ने अंतरिक्ष अन्वेषण में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए Axiom-4 मिशन के लिए दो प्रमुख पायलट्स का चयन किया है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और ग्रुप कैप्टन प्रसन्नथ बलकृष्णन नायर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
IAF का ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन
भारतीय वायुसेना ने यह घोषणा की कि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को प्रधान अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया है, जबकि ग्रुप कैप्टन प्रसन्नथ बलकृष्णन नायर बैकअप अंतरिक्ष यात्री होंगे। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
चयनित पायलट्स का पृष्ठभूमि
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक अनुभवी टेस्ट पायलट हैं जिनके पास 2,000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है। उन्होंने Su-30 MKI, MiG-21 और MiG-29 जैसे विमानों की उड़ान भरी है। ग्रुप कैप्टन प्रसन्नथ बलकृष्णन नायर के पास लगभग 3,000 घंटे का उड़ान अनुभव है। इन दोनों पायलट्स को उनकी विशिष्ट क्षमताओं और अनुभव के आधार पर चुना गया है।
Axiom-4 मिशन के विवरण
Axiom-4 मिशन ISRO और Axiom Space के बीच एक सहयोगात्मक परियोजना है, जो ISS के लिए चौथा निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने Axiom Space के साथ एक अंतरिक्ष उड़ान समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, और मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र ने शुक्ला को प्रधान मिशन पायलट के रूप में सिफारिश की है। मल्टीलेटरल क्रू ऑपरेशंस पैनल (MCOP) अंतिम क्रू सदस्यों की स्वीकृति देगा।
मिशन के मुख्य उद्देश्य भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम को आगे बढ़ाना और ISRO और NASA के बीच अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाना हैं। मिशन की तैयारी अगस्त 2024 के पहले सप्ताह से शुरू होगी, जो अंतरिक्ष यात्रियों को उनके ऐतिहासिक यात्रा के लिए आवश्यक तैयारी प्रदान करेगी।
गगनयान कनेक्शन
शुक्ला और नायर का चयन भारत के गगनयान मिशन के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है, जो देश की पहली क्रूड अंतरिक्ष उड़ान पहल है। ये दोनों अधिकारी इस मिशन के चार अंतरिक्ष यात्री-निर्धारित में शामिल हैं, जो भारत की अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका की राज्य यात्रा के दौरान ISS पर भारतीय अंतरिक्ष यात्री भेजने की घोषणा अब Axiom-4 मिशन के साथ पूरी हुई है। यह मिशन न केवल IAF के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है बल्कि भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रम के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
निष्कर्ष
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और ग्रुप कैप्टन प्रसन्नथ बलकृष्णन नायर का Axiom-4 मिशन के लिए चयन भारत की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में बढ़ती क्षमताओं को दर्शाता है। इस मिशन में उनकी भागीदारी देश के अंतरिक्ष अन्वेषण लक्ष्यों में महत्वपूर्ण योगदान देगी और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देगी।
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