आख़िर तक – एक नज़र में
- ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने IIT गुवाहाटी में छात्रों को विज्ञान और तकनीकी क्षेत्रों में करियर बनाने की प्रेरणा दी।
- यह कार्यक्रम इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (IISF) के अंतर्गत आयोजित हुआ।
- लगभग 4,500 छात्रों ने ‘स्टूडेंट साइंस इंटरैक्टिव प्रोग्राम’ में भाग लिया।
- सोमनाथ ने युवाओं को नवाचार और अंतरिक्ष अनुसंधान में योगदान करने का आह्वान किया।
- कार्यक्रम में उद्योग-शैक्षणिक सहयोग और सतत विकास की चर्चा हुई।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
युवा वैज्ञानिकों के लिए प्रेरणादायक संदेश
ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने IIT गुवाहाटी में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (IISF) में छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में करियर बनाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि युवा वैज्ञानिक भारत के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।
इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल का महत्व
यह कार्यक्रम छात्रों और शिक्षकों के बीच नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। इसमें उद्योग-शैक्षणिक सत्र, तकनीकी चर्चाएं, और सतत विकास के समाधान प्रस्तुत किए गए।
लैब-टू-लाइफ पहल
IISF में ‘लैब-टू-लाइफ’ पहल के अंतर्गत तीन तकनीकी हस्तांतरण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। CSIR-निष्ठ के निदेशक सी आनंदहरामकृष्णन ने कहा कि युवा छात्र पहले से ही रॉकेट और सैटेलाइट बना रहे हैं, जो व्यावसायिक सफलता के करीब हैं।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- ISRO प्रमुख ने छात्रों को विज्ञान और नवाचार में करियर बनाने की प्रेरणा दी।
- IISF कार्यक्रम में सतत विकास और तकनीकी समझौतों पर चर्चा हुई।
- युवाओं की भागीदारी भारत को वैश्विक वैज्ञानिक नेतृत्व में ले जा सकती है।
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