आख़िर तक – एक नज़र में
- केदारनाथ में आर्यन एविएशन का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। इसमें सवार सभी सात लोगों की जान चली गई।
- यह दर्दनाक केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना गौरीकुंड के पास घने कोहरे और खराब मौसम के कारण हुई।
- NDRF और SDRF की टीमें मौके पर बचाव अभियान चला रही हैं। राहत और बचाव का कार्य तेज़ी से चल रहा है।
- सरकार ने तत्काल प्रभाव से चार धाम यात्रा के लिए आर्यन एविएशन के संचालन पर रोक लगा दी है।
- DGCA ने सुरक्षा उल्लंघन के लिए दो अन्य पायलटों के लाइसेंस भी निलंबित कर दिए हैं, जिससे हड़कंप मच गया है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
उत्तराखंड में आज एक दुखद केदारनाथ हेलीकॉप्टर क्रैश की घटना हुई। इस हादसे ने चार धाम यात्रा पर गए श्रद्धालुओं को झकझोर कर रख दिया है। आर्यन एविएशन का एक हेलीकॉप्टर केदारनाथ से गुप्तकाशी लौटते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में एक शिशु समेत सात लोगों की मौत हो गई। यह केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना तीर्थयात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
क्या हुआ था गौरीकुंड के पास?
आर्यन एविएशन के बेल 407 हेलीकॉप्टर (रजिस्ट्रेशन VT-BKA) ने सुबह 05:10 बजे गुप्तकाशी से उड़ान भरी थी। यह 05:18 बजे श्री केदारनाथ जी हेलीपैड पर सुरक्षित उतरा। वापसी के लिए हेलीकॉप्टर ने 05:19 बजे दोबारा उड़ान भरी। इसे गुप्तकाशी के आर्यन हेलीपैड पर लौटना था। लेकिन सुबह 05:30 से 05:45 बजे के बीच गौरीकुंड के पास इसका संपर्क टूट गया और यह क्रैश हो गया। हेलीकॉप्टर में पांच यात्री, एक नवजात और एक पायलट सवार थे।
हादसे का संभावित कारण
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, हादसे का संभावित कारण खराब मौसम है। माना जा रहा है कि घाटी में घना कोहरा और बादल थे। कम दृश्यता के बावजूद हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी। इस स्थिति को ‘कंट्रोल्ड फ्लाइट इनटू टेरेन’ (CFIT) कहा जाता है। हालांकि, दुर्घटना के असल कारणों का पता लगाने के लिए एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) विस्तृत जांच करेगा।
बचाव अभियान और तत्काल प्रतिक्रिया
हादसे की सूचना मिलते ही NDRF और SDRF की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। टीमों ने दुर्गम इलाके में बचाव अभियान शुरू कर दिया। स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी राहत कार्यों में मदद कर रहे हैं। घटनास्थल पर बचाव कार्य पूरी तेजी से चलाया जा रहा है।
सरकार का कड़ा एक्शन और बड़े फैसले
इस गंभीर घटना के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने एक उच्च-स्तरीय बैठक की। बैठक में नागरिक उड्डयन सचिव और DGCA के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक में कई कड़े फैसले लिए गए:
- आर्यन एविएशन के चार धाम यात्रा संचालन पर तत्काल रोक लगा दी गई है।
- दो अन्य हेलीकॉप्टरों के पायलटों के लाइसेंस छह महीने के लिए निलंबित कर दिए गए हैं। इन पर भी खराब मौसम में उड़ान भरने का आरोप है।
- सुरक्षा के मद्देनजर 15 और 16 जून 2025 को क्षेत्र में सभी हेलीकॉप्टर सेवाएं निलंबित रहेंगी।
- उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) सभी ऑपरेटरों के साथ सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा करेगा।
- रियल-टाइम निगरानी के लिए एक समर्पित कमांड-एंड-कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय का सख्त रुख
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने DGCA को सख्त निर्देश दिए हैं। मंत्रालय ने कहा कि विमानन सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। किसी भी ऑपरेटर को मौसम संबंधी प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मानव जीवन की पवित्रता को देखते हुए उड़ान संचालन में अनुशासन बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- आज सुबह केदारनाथ हेलीकॉप्टर क्रैश में पायलट समेत सात लोगों की दुखद मृत्यु हो गई।
- यह केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना आर्यन एविएशन कंपनी के हेलीकॉप्टर के साथ हुई।
- प्रारंभिक जांच में हादसे का मुख्य कारण खराब मौसम और कम दृश्यता को माना जा रहा है।
- DGCA ने आर्यन एविएशन के ऑपरेशन और दो अन्य पायलटों पर सख्त कार्रवाई की है।
- सरकार ने चार धाम यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा की गहन समीक्षा के आदेश दिए हैं।
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