पेरिस 2024 ओलंपिक्स के फाइनल में, नोवाक जोकोविच ने कार्लोस अल्कराज को सीधे सेट्स में हराकर अपनी पहली ओलंपिक गोल्ड मेडल जीती। यह मैच 4 अगस्त को प्रतिष्ठित फिलिप-शैट्रीयर कोर्ट पर हुआ, जिसमें जोकोविच ने 7-6 (7-3), 7-6 (7-2) से जीत हासिल की। इस जीत ने न केवल जोकोविच को गोल्ड मेडल दिलाया बल्कि उन्हें ओलंपिक टेनिस के इतिहास में सबसे उम्रदराज चैंपियन बना दिया।
जोकोविच की ऐतिहासिक जीत
37 साल की उम्र में, पेरिस 2024 में जोकोविच की जीत उनके शानदार करियर की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। गोल्ड मेडल जीतकर, जोकोविच ने उस विशिष्ट समूह में शामिल हो गए हैं जिसमें स्टेफी ग्राफ, आंद्रे अगासी, सेरेना विलियम्स और राफेल नडाल शामिल हैं। यह उपलब्धि उनके करियर की दीर्घकालिकता और टेनिस में निरंतर उत्कृष्टता को दर्शाती है।
मैच की प्रमुख बातें और विश्लेषण
कार्लोस अल्कराज के खिलाफ मैच उच्च तनाव वाला था, जिसमें दोनों खिलाड़ियों ने असाधारण कौशल दिखाया। पहले सेट में, अल्कराज ने शुरुआत में संघर्ष किया, लेकिन कई ब्रेक प्वाइंट बचाकर अपनी सर्व को बनाए रखा। जोकोविच ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और सेट को टाई-ब्रेक पर ले गए, जहां जोकोविच ने 7-6 (7-3) से जीत हासिल की।
दूसरे सेट में भी समान रूप से तीव्र प्रतिस्पर्धा थी। अल्कराज ने कई बार ब्रेक प्वाइंट के मौके को चूका, जिससे सेट भी टाई-ब्रेक में गया। जोकोविच ने दूसरे सेट में 7-6 (7-2) से जीत दर्ज की। अल्कराज की आठ ब्रेक प्वाइंट अवसरों को सफलतापूर्वक उपयोग करने में विफलता एक महत्वपूर्ण कारण रही।
जोकोविच की गोल्ड मेडल यात्रा
नोवाक जोकोविच की ओलंपिक यात्रा अद्भुत रही है। उनका पिछला ओलंपिक पदक बीजिंग 2008 में ब्रॉन्ज था। 16 वर्षों के बाद, उन्होंने अपने करियर की ऊँचाइयों को फिर से प्राप्त किया, और एक गोल्ड मेडल जोड़ा। पेरिस 2024 में उनकी जीत ने न केवल एक ओलंपिक गोल्ड मेडल जोड़ा बल्कि विंबलडन 2024 फाइनल में अल्कराज के खिलाफ हार का बदला भी लिया।
समाप्ति में, जोकोविच की पेरिस ओलंपिक्स 2024 में जीत उनके कौशल, धैर्य और खेल के प्रति समर्पण की गवाही है। गोल्ड मेडल मैच में उनका प्रदर्शन उच्च-प्रेशर टेनिस का एक शानदार उदाहरण था, जो उन्हें एक योग्य चैंपियन बनाता है।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.