भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और चीन के कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य वांग यी ने रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित BRICS बैठक के दौरान मुलाकात की। इस महत्वपूर्ण बैठक का उद्देश्य भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव को समाप्त करना और आपसी संबंधों को पुनर्स्थापित करना था। दोनों देशों के बीच पिछले कुछ वर्षों से सीमा विवाद के चलते तनाव की स्थिति बनी हुई है।
मुख्य बिंदु:
- सीमा विवाद हल की प्रतिबद्धता: बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने LAC (वास्तविक नियंत्रण रेखा) से संबंधित मुद्दों के शीघ्र समाधान की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि जहां-जहां तनाव बना हुआ है, वहां से पूरी तरह से सैन्य वापसी के लिए प्रयास तेज किए जाएंगे।
- शांति और स्थिरता पर जोर: NSA डोभाल ने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एक स्थिर LAC ही दोनों देशों के बीच सामान्य संबंधों की पुनर्स्थापना की प्राथमिक शर्त है।
- आगे का रास्ता: दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जताई कि सीमा पर तनाव कम करना और संवाद को बढ़ावा देना आवश्यक है। इससे न केवल द्विपक्षीय संबंध सुधरेंगे, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता भी सुनिश्चित होगी।
बैठक के दौरान, NSA डोभाल ने कहा कि भारत और चीन के संबंध न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच के समझौतों और प्रोटोकॉल का पालन करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
निष्कर्ष:
NSA डोभाल और वांग यी की यह बैठक एक सकारात्मक पहल के रूप में देखी जा रही है, जिससे दोनों देशों के बीच संवाद को बढ़ावा मिलेगा और तनाव को कम करने में मदद मिलेगी। BRICS बैठक के दौरान हुई यह चर्चा भारत-चीन संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत का संकेत देती है।
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