पहलगाम आतंकी हमला: अमित शाह का बदला लेने का संकल्प

आख़िर तक
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पहलगाम आतंकी हमला: अमित शाह का बदला लेने का संकल्प

आख़िर तक – एक नज़र में

  • गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले पर पहली बार सार्वजनिक बयान दिया।
  • शाह ने आतंकवादियों को कड़ी चेतावनी दी, कहा ‘चुन-चुन कर बदला’ लिया जाएगा।
  • उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का संकल्प दोहराया।
  • शाह ने बताया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है।
  • पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाक संबंध बिगड़े, सिंधु जल संधि पर रोक लगी।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को पहलगाम आतंकी हमले पर अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी की। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत हर आतंकी कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का यह दृढ़ संकल्प है। शाह ने आतंकवाद को देश के हर कोने से उखाड़ फेंकने की प्रतिबद्धता जताई।

आतंकियों को कड़ी चेतावनी

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अमित शाह ने आतंकवादियों को एक मजबूत संदेश भेजा। उन्होंने कहा, “अगर कोई सोचता है कि कायरतापूर्ण हमला उनकी जीत है, तो उन्हें याद रखना चाहिए यह नरेंद्र मोदी का भारत है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि बदला लिया जाएगा, एक-एक करके। यह बयान पहलगाम आतंकी हमले के संदर्भ में उनकी पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया थी। शाह ने सरकार के दृढ़ संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा, “इस देश के हर इंच से आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकना हमारा संकल्प है।” उन्होंने विश्वास दिलाया कि यह संकल्प पूरा होकर रहेगा।

आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकता

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गृह मंत्री ने भारत की आतंकवाद विरोधी लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय समर्थन का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “इस लड़ाई में न केवल 140 करोड़ भारतीय, बल्कि पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है।” शाह ने बताया कि दुनिया के सभी देश एकजुट हो गए हैं। वे आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में भारत के लोगों के साथ खड़े हैं। उनका यह बयान वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति को दर्शाता है।

न्याय और निरंतर संघर्ष का संकल्प

अमित शाह ने अपने संकल्प को फिर से दोहराया। उन्होंने कहा, “मैं यह संकल्प दोहराना चाहता हूं कि जब तक आतंकवाद का सफाया नहीं हो जाता, हमारी लड़ाई जारी रहेगी।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिन्होंने यह आतंकी कृत्य किया है, उन्हें निश्चित रूप से उचित सजा दी जाएगी। सरकार की नीति स्पष्ट है: आतंकवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

पहलगाम हमले का विवरण और प्रतिक्रिया

22 अप्रैल को पहलगाम के बैसारन मेडो में हुआ आतंकी हमला हाल के दिनों में नागरिकों पर हुए सबसे घातक हमलों में से एक था। इस पहलगाम आतंकी हमले में 25 पर्यटकों और 1 स्थानीय नागरिक की जान चली गई थी। हमलावरों ने हमले की योजना एक सुरम्य घास के मैदान में बनाई थी। उस स्थान तक पहुंचने के लिए ट्रैकिंग या टट्टू सेवा का उपयोग करना पड़ता है। इस घटना के तुरंत बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंचे थे। 23 अप्रैल को उन्होंने शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात की और अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने पीड़ितों के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। शाह ने कसम खाई थी कि “इस कायराना आतंकी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”

भारत-पाकिस्तान संबंधों पर प्रभाव

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंधों में भारी गिरावट आई। नई दिल्ली ने कई कड़े कदम उठाए। इनमें सिंधु जल संधि को स्थगित करना शामिल था। साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना भी शामिल था। ये कदम भारत की आतंकवाद के प्रति सख्त प्रतिक्रिया को दर्शाते हैं। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए बदला लेने का संकल्प लिया।
  • सरकार आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है, यह मोदी का भारत है।
  • भारत को आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन प्राप्त है, दुनिया भारत के साथ है।
  • 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले में 25 पर्यटकों और 1 स्थानीय की मौत हुई थी।
  • हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए, जिसमें सिंधु जल संधि पर रोक शामिल है।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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