पश्चिम रेलवे टेंडर: रेल लाइन दोहरीकरण/चौहरीकरण सर्वेक्षण

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पश्चिम रेलवे टेंडर: रेल लाइन दोहरीकरण/चौहरीकरण सर्वेक्षण

आख़िर तक – एक नज़र में

  • पश्चिम रेलवे ने एक महत्वपूर्ण रेल विकास परियोजना की घोषणा की है।
  • यह परियोजना विभिन्न रेल लाइनों के दोहरीकरण और चौहरीकरण के सर्वेक्षण पर केंद्रित है।
  • इसके अंतर्गत अंतिम स्थान सर्वेक्षण (FLS) और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जाएगी।
  • निविदा की अनुमानित लागत लगभग ₹13.82 करोड़ है, जिसकी बयाना राशि ₹8.41 लाख है।
  • इच्छुक फर्में 18 जून 2025 तक अपनी बोलियाँ जमा कर सकती हैं।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

पश्चिम रेलवे ने ₹13.82 करोड़ की रेल लाइन सर्वेक्षण परियोजना हेतु टेंडर जारी किया

भारतीय रेलवे के पश्चिम रेलवे ज़ोन ने अपने नेटवर्क के विस्तार और क्षमता वृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पश्चिम रेलवे टेंडर (निविदा संख्या CAO-C-Works-FLS-DPR-3) के माध्यम से मौजूदा रेल लाइनों के दोहरीकरण/चौहरीकरण के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण (FLS) और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने हेतु अनुभवी एजेंसियों से बोलियाँ आमंत्रित की गई हैं। यह पश्चिम रेलवे रेल लाइन दोहरीकरण चौहरीकरण सर्वेक्षण परियोजना रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

निविदा का विवरण
यह निविदा पश्चिम रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) इंजीनियरिंग विभाग द्वारा जारी की गई है। कार्य का नाम “पश्चिम रेलवे पर दोहरीकरण/चौहरीकरण के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण (एफएलएस) करना” है। यह एक सामान्य निविदा है जो खुली निविदा प्रणाली के तहत है। निविदा जमा करने की अंतिम तिथि और समय 18 जून 2025 को दोपहर 3:00 बजे है। निविदा की अनुमानित विज्ञापित कीमत ₹13,81,96,773.00 (तेरह करोड़ इक्यासी लाख छियानवे हजार सात सौ तिहत्तर रुपये) है। बयाना राशि (EMD) ₹8,41,000.00 (आठ लाख इकतालीस हजार रुपये) निर्धारित की गई है। कार्य पूर्ण करने की अवधि 12 महीने है।

परियोजना का उद्देश्य और कार्यक्षेत्र
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य विभिन्न महत्वपूर्ण रेल खंडों पर दोहरीकरण, तीसरी लाइन, तीसरी और चौथी लाइन तथा फ्लाईओवर के निर्माण हेतु विस्तृत योजना बनाना है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित कार्य शामिल हैं:

  • अंतिम स्थान सर्वेक्षण (FLS)
  • विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करना
  • भू-तकनीकी जांच (Geotechnical Investigation)
  • सिग्नलिंग कार्य
  • विद्युत कार्य
  • परिचालन कार्य

इन कार्यों के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश अनुलग्नक-ए (सिविल इंजीनियरिंग), अनुलग्नक-बी (एसएंडटी इंजीनियरिंग), अनुलग्नक-सी (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) और अनुलग्नक-डी (परिचालन कार्य) में दिए गए हैं।

शामिल प्रमुख रेल खंड
निविदा दस्तावेज़ के अनुसार, इस सर्वेक्षण कार्य में निम्नलिखित प्रमुख रेल खंड और उनकी लंबाई शामिल है:

  1. मक्सी-देवास का दोहरीकरण (लगभग 36 किलोमीटर)
  2. दाहानू-उधना, उधना-सूरत, सूरत-वडोदरा और वडोदरा-आनंद का चौहरीकरण (लगभग 311 किलोमीटर)
  3. नागदा-भोपाल का चौहरीकरण (लगभग 240 किलोमीटर)
  4. उधना-जलगांव का चौहरीकरण (लगभग 304 किलोमीटर)

पात्रता मापदंड
बोलीदाताओं के लिए कुछ वित्तीय और तकनीकी पात्रता मापदंड निर्धारित किए गए हैं।

  • वित्तीय पात्रता: निविदादाता का न्यूनतम औसत वार्षिक अनुबंध कारोबार V/N करोड़ रुपये होना चाहिए, जहाँ V निविदा का विज्ञापित मूल्य (₹13.8196773 करोड़) और N कार्य पूरा करने के लिए निर्धारित वर्षों की संख्या (1 वर्ष) है। इस प्रकार, आवश्यक औसत वार्षिक कारोबार लगभग ₹13.82 करोड़ होगा। पिछले तीन वित्तीय वर्षों के लेखा परीक्षित बैलेंस शीट के आधार पर इसकी गणना की जाएगी।
  • तकनीकी पात्रता: निविदादाता के पास ड्रोन/लिडार फोटोग्रामेट्री तकनीक का उपयोग करके किसी भी सिविल इंजीनियरिंग सर्वेक्षण कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने का अनुभव होना चाहिए। पिछले सात वर्षों में समान प्रकृति के कार्य अनुभव के प्रमाण प्रस्तुत करने होंगे, जिसमें एक कार्य निविदा मूल्य के 60% के बराबर (लगभग ₹8.29 करोड़), या दो कार्य प्रत्येक 40% के बराबर (प्रत्येक लगभग ₹5.53 करोड़), या तीन कार्य प्रत्येक 30% के बराबर (प्रत्येक लगभग ₹4.15 करोड़) होने चाहिए।

संयुक्त उद्यम (Joint Venture)
इस निविदा में संयुक्त उद्यम (JV) को बोली लगाने की अनुमति है, जिसमें अधिकतम 3 सदस्य हो सकते हैं। कंसोर्टियम को बोली लगाने की अनुमति नहीं है।

आवेदन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण तिथियां
इच्छुक और पात्र फर्में अपनी बोलियाँ ऑनलाइन माध्यम से IREPS पोर्टल पर जमा कर सकती हैं। निविदा अपलोड करने की तिथि 28 मई 2025 थी और बोली जमा करने की शुरुआत 4 जून 2025 से हुई। निविदा बंद होने की तिथि और समय 18 जून 2025 को दोपहर 3:00 बजे है। यह टू-पैकेट सिस्टम (Two Packet System) के तहत होगी, जिसमें तकनीकी और वित्तीय बोलियाँ अलग-अलग जमा की जाएंगी।

यह रेल विकास परियोजना पश्चिम रेलवे की क्षमता बढ़ाने और यात्री एवं माल ढुलाई सेवाओं को सुगम बनाने में मील का पत्थर साबित होगी। विस्तृत डीपीआर तैयारी के बाद इन महत्वपूर्ण खंडों पर निर्माण कार्य शुरू किया जा सकेगा, जिससे क्षेत्र के रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिलेगी।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • पश्चिम रेलवे ने रेल लाइन दोहरीकरण/चौहरीकरण के लिए FLS और DPR हेतु ₹13.82 करोड़ की निविदा जारी की है।
  • परियोजना की बयाना राशि ₹8.41 लाख है और कार्य पूर्ण करने की अवधि 12 महीने है।
  • इसमें मक्सी-देवास (36 किमी), दाहानु-आनंद (311 किमी), नागदा-भोपाल (240 किमी) और उधना-जलगांव (304 किमी) जैसे महत्वपूर्ण खंड शामिल हैं।
  • निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 18 जून 2025 है।
  • यह पश्चिम रेलवे टेंडर क्षेत्र में रेल विकास और रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने की एक महत्वपूर्ण पहल है।

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