पावर स्लैप फाइटिंग: दिमागी चोट का बढ़ता ख़तरा
पावर स्लैप फाइटिंग, जो UFC के अध्यक्ष डैना वाइट द्वारा चलाए जा रहे “पावर स्लैप” प्रतियोगिता में दिखाई जाती है, एक नॉकआउट खेल है जिसमें दो प्रतियोगी एक-दूसरे को बारी-बारी से पूरी ताकत से थप्पड़ मारते हैं। हाल ही में पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय और VA पिट्सबर्ग हेल्थकेयर सिस्टम के न्यूरोलॉजिस्टों द्वारा की गई एक समीक्षा ने इस खेल में शामिल गंभीर दिमागी चोट के जोखिमों को उजागर किया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, स्लैप फाइटिंग खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़ा न्यूरोलॉजिकल जोखिम पैदा कर रही है। खासकर जब खिलाड़ियों को बचाव के लिए न तो सुरक्षात्मक हेडगियर मिलता है और न ही वे मार से बचने के लिए झुक सकते हैं। ये खिलाड़ी थप्पड़ की पूरी ताकत को झेलने के लिए मजबूर होते हैं, जिससे गंभीर मस्तिष्क आघात का खतरा बढ़ जाता है।
साल 2023 में पहली बार प्रसारित पावर स्लैप प्रतियोगिता के पहले सीजन के फुटेज की समीक्षा करते हुए, डॉक्टरों ने पाया कि 30% से अधिक थप्पड़ों में संपूर्ण न्यूरोलॉजिकल लक्षण देखे गए। 333 थप्पड़ों में से 97 में खिलाड़ियों को दिमागी चोट के लक्षण दिखाई दिए, जिनमें खाली नजरें, खड़े होने में मुश्किल, समन्वय की कमी, उल्टी, भूलने की बीमारी, और आघात के दौरे शामिल थे।
56 प्रतिभागियों में से 44 ने कम से कम एक बार दिमागी चोट के लक्षण दिखाए, जबकि 20 प्रतिभागियों ने प्रतियोगिता के दौरान एक से अधिक बार चोट के लक्षण महसूस किए। इन प्रतिभागियों में, जो खिलाड़ी दिमागी चोट के संकेत दिखाते थे, वे 75% समय हारे।
प्रमुख शोधकर्ता राज स्वरूप लवादी ने बताया कि भले ही स्लैप फाइटिंग को प्रतिबंधित करना कठिन हो, लेकिन इसका उद्देश्य खिलाड़ियों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने कहा, “हमारा अंतिम लक्ष्य सभी पेशेवर खेलों को खिलाड़ियों के न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित बनाना है।”
इससे पहले, न्यूरोसाइंटिस्ट क्रिस्टोफर नोविंस्की और पूर्व पहलवान ने भी एक प्रतियोगी को ब्रेन इंजरी के संकेत के रूप में एक फेंसिंग पोस्टर दिखाते हुए देखा। वहीं, न्यूरोलॉजिस्ट निकोलस इवेंजेलू ने चेतावनी दी कि यह खेल आपदा का नुस्खा है।
अब टीम माउथपीस का उपयोग करके खिलाड़ियों के सिर पर लगने वाली प्रभाव बल की गणना कर रही है, ताकि खेल के लिए सुरक्षा नियम बनाए जा सकें।
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