ट्रम्प की वापसी से खुश होंगे ये प्रमुख नेता

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ट्रम्प की वापसी से खुश होंगे ये प्रमुख नेता

आख़िर तक – इन शॉर्ट्स

  • डोनाल्ड ट्रम्प की वापसी से वैश्विक मंच पर कई प्रमुख खिलाड़ी खुश हो सकते हैं।
  • नरेंद्र मोदी के लिए यह क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं को बढ़ावा देने का अवसर हो सकता है।
  • शेख हसीना के लिए यह राजनीतिक वापसी की संभावना ला सकता है।
  • व्लादिमीर पुतिन के लिए यह कम अमेरिकी दबाव के साथ स्वतंत्रता का प्रतीक हो सकता है।
  • बेंजामिन नेतन्याहू के लिए ट्रम्प का समर्थन सुरक्षा नीति को मजबूत कर सकता है।

आख़िर तक – इन डेप्थ

डोनाल्ड ट्रम्प की 2024 में शानदार वापसी ने वैश्विक राजनीति में नई चर्चा का विषय बना दिया है। उनकी विजय ने उन देशों और नेताओं के लिए उम्मीदें जगाई हैं जो उनके पिछले कार्यकाल के दौरान लाभान्वित हुए थे। आइए जानें कौन से प्रमुख वैश्विक खिलाड़ी ट्रम्प की वापसी से खुश हो सकते हैं और क्यों।

नरेंद्र मोदी

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रम्प की दोस्ती एक सार्वजनिक तथ्य है। ट्रम्प के पिछले कार्यकाल में, भारत को अमेरिका से रक्षा और रणनीतिक समर्थन मिला। मोदी ट्रम्प की वापसी का स्वागत कर सकते हैं क्योंकि इससे रक्षा सौदों और चीन के खिलाफ रणनीतिक कदमों में निरंतरता बनी रह सकती है।

शेख हसीना

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, जो 2024 में बड़े प्रदर्शन के बाद सत्ता से हटा दी गईं, ट्रम्प की वापसी को अपनी राजनीतिक वापसी का अवसर मान सकती हैं। ट्रम्प प्रशासन बाहरी मामलों को प्राथमिकता दे सकता है, जिससे हसीना को भारत से राजनीतिक समर्थन मिल सकता है।

एलन मस्क

एलन मस्क ने ट्रम्प के सरकार के सरलीकरण के दृष्टिकोण की हमेशा सराहना की है। ट्रम्प की वापसी मस्क के लिए अमेरिका में नवाचार के अवसरों को व्यापक बनाने का एक अवसर हो सकती है, जिसमें सरकारी अवरोधों को कम करने की योजना शामिल हो।

व्लादिमीर पुतिन

व्लादिमीर पुतिन के लिए ट्रम्प की वापसी का मतलब कम अमेरिकी हस्तक्षेप हो सकता है। ट्रम्प के पहले कार्यकाल में रूस ने नाटो पर अमेरिका की कड़ी नज़र में नरमी देखी थी।

मोहम्मद बिन सलमान (MBS)

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान उनके समर्थन से लाभान्वित हुए। ट्रम्प के वापस आने से MBS हथियार समझौतों और पारस्परिक हितों को आगे बढ़ाने की उम्मीद कर सकते हैं।

बेंजामिन नेतन्याहू

पूर्व इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और ट्रम्प का रिश्ता उनके पहले कार्यकाल में मजबूत था। यरूशलेम में अमेरिकी दूतावास की स्थापना और गोलन हाइट्स पर इज़राइल की संप्रभुता की मान्यता उनके मजबूत संबंधों का उदाहरण है। ट्रम्प की वापसी नेतन्याहू की सुरक्षा नीतियों के लिए एक महत्वपूर्ण समर्थन हो सकती है।

चीन

हालांकि ट्रम्प चीन के लिए एक कठिन प्रतिद्वंद्वी साबित हुए थे, उनका अस्थिर विदेश नीति दृष्टिकोण चीन के लिए अवसर भी प्रदान कर सकता है।


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आख़िर तक मुख्य संपादक
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