काठमांडू विमान दुर्घटना में 18 की मौत, पायलट जीवित बचा

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काठमांडू विमान दुर्घटना में 18 की मौत, पायलट जीवित बचा

नेपाल विमान दुर्घटना: एक दुखद घटना

एक दुखद घटना तब घटी जब सौऱ्य एयरलाइंस का एक विमान, जिसमें 19 लोग सवार थे, नेपाल के काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (टीआईए) से उड़ान भरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि केवल पायलट ही गंभीर रूप से घायल बचा।

दुर्घटना के विवरण

दुर्घटनाग्रस्त विमान बॉम्बार्डियर CRJ-200ER था, जिसका रजिस्ट्रेशन 9N-AME था। 2003 में निर्मित यह विमान पोखरा जा रहा था, जिसमें रखरखाव के लिए तकनीकी कर्मचारी थे। टीआईए के सूचना अधिकारी, ज्ञानेंद्र भुल के अनुसार, दुर्घटना उड़ान भरते समय हुई।

चश्मदीदों के बयान

चश्मदीदों ने बताया कि विमान रनवे के दक्षिणी छोर से उड़ान भरते समय अचानक पलट गया, जिससे पंख का सिरा जमीन से टकरा गया। विमान में तुरंत आग लग गई और यह रनवे के पूर्वी तरफ खाई में गिर गया। मलबे से धुआं उठता देखा गया, जिससे पुलिस और फायरफाइटर्स तुरंत बचाव कार्य में जुट गए।

पायलट का बचाव और चिकित्सा प्रयास

पायलट, 37 वर्षीय मनीष शाक्य को मलबे से निकालकर सिनामंगल के निकट अस्पताल ले जाया गया। दुर्घटना की गंभीरता के बावजूद, पायलट का जीवित बचना एक आशा की किरण थी।

एयरलाइन का इतिहास

सौऱ्य एयरलाइंस, जो इस दुर्घटना में शामिल थी, को 2019 में भारत के कुबेर समूह ने 630 मिलियन नेपाली रुपयों में अधिग्रहीत किया था। 2021 में, एयरलाइन को कुबेर एयरलाइंस के रूप में पुनः ब्रांड बनाने की रिपोर्टें थीं, लेकिन यह योजना रोक दी गई थी।

पूर्व समस्याएं और संचालन का पुनः प्रारंभ

काठमांडू हवाई अड्डे ने 6 दिसंबर, 2018 को सौऱ्य एयरलाइंस की सभी उड़ानों को उसके ऋण न चुकाने के कारण रोक दिया था। एयरलाइन को 8 मार्च, 2019 को संचालन की अनुमति मिली जब उसने हवाई अड्डे को 355,000 डॉलर के ऋण का एक हिस्सा चुका दिया।

वायु यात्रा पर प्रभाव और सुरक्षा उपाय

इस घटना ने नेपाल में वायु यात्रा की सुरक्षा पर गंभीर चिंताएं उत्पन्न की हैं। देश का एक इतिहास है जिसमें अक्सर कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और बदलते मौसम के कारण विमान दुर्घटनाएं होती हैं। यह दुर्घटना अधिकारियों को सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा करने और रखरखाव और संचालन मानकों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित कर सकती है।

तत्काल प्रतिक्रिया और बचाव कार्य

दुर्घटना के तुरंत बाद, बचाव कार्य तेजी से शुरू किए गए। आपातकालीन उत्तरदाताओं ने स्थल को प्रबंधित करने और पीड़ितों को निकालने के लिए कड़ी मेहनत की। हवाई अड्डा अधिकारियों ने अन्य यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया।

अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया और शोक संवेदनाएं

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। विभिन्न देशों के विमानन विशेषज्ञों ने भी दुर्घटना के सही कारण का पता लगाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जांच में सहायता की पेशकश की है।

सौऱ्य एयरलाइंस के लिए दीर्घकालिक प्रभाव

सौऱ्य एयरलाइंस के लिए, यह त्रासदी दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकती है। एयरलाइन को एक thorough जांच का सामना करना पड़ेगा और संभवतः इसकी रखरखाव प्रथाओं और संचालन प्रक्रियाओं पर कड़ी नजर रखी जाएगी। यात्रियों और विमानन समुदाय के साथ विश्वास बहाल करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।

काठमांडू विमान दुर्घटना हवाई यात्रा से जुड़े अंतर्निहित जोखिमों की एक गंभीर याद दिलाती है। हालांकि प्रौद्योगिकी और सुरक्षा प्रोटोकॉल में प्रगति ने विमानन सुरक्षा में काफी सुधार किया है, इस तरह की घटनाएं निरंतर निगरानी और सुरक्षा मानकों के कड़े पालन की आवश्यकता को उजागर करती हैं।


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