परिचय
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एक अप्रत्याशित राजनीतिक टिप्पणी में पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की तुलना कुख्यात कोलंबियाई ड्रग लॉर्ड पाब्लो एस्कोबार से की। आंध्र प्रदेश विधानसभा में एक श्वेत पत्र जारी करने के दौरान नायडू ने रेड्डी के शासनकाल के दौरान कथित अराजकता और एस्कोबार के कुख्यात आपराधिक साम्राज्य के बीच समानताएं खींचीं।
नायडू की टिप्पणियों का संदर्भ
चंद्रबाबू नायडू की टिप्पणियां आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व में कानून और व्यवस्था की स्थिति को संबोधित करने के संदर्भ में की गई थीं। नायडू ने स्थिति को अभूतपूर्व बताते हुए इसकी तुलना एस्कोबार के शासनकाल के दौरान कोलंबिया में देखी गई अराजकता से की। यह तुलना नायडू की चिंताओं को उजागर करने के लिए की गई थी कि रेड्डी के नेतृत्व में शासन और अवैध गतिविधियों में वृद्धि के संदर्भ में राज्य की दिशा क्या हो सकती है।
पाब्लो एस्कोबार से तुलना
नायडू की तुलना तीव्र और विस्तृत थी। उन्होंने एस्कोबार को एक नार्को-आतंकवादी के रूप में वर्णित किया, जो एक राजनेता बन गया और अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के माध्यम से भारी संपत्ति अर्जित की। नायडू ने सुझाव दिया कि जगन रेड्डी को भी इसी तरह के प्रेरणा ने प्रेरित किया था, उन पर अवैध साधनों के माध्यम से धन संचय करने की महत्वाकांक्षा का आरोप लगाया। यह तुलना नायडू की चिंताओं को रेखांकित करने के लिए थी कि रेड्डी के नेतृत्व में राज्य किस दिशा में जा रहा है।
आंध्र प्रदेश “गांजा राजधानी” बनने के आरोप
नायडू ने पिछले प्रशासन पर आंध्र प्रदेश को भारत की “गांजा राजधानी” बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि राज्य में मारिजुआना आसानी से उपलब्ध हो गया है, और इसके प्रसार को रोकने के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किए गए। नायडू के अनुसार, यह रेड्डी की सरकार के दौरान कानून और व्यवस्था की कमी का स्पष्ट संकेतक था।
जगन रेड्डी के तहत कानून और व्यवस्था के मुद्दे
नायडू ने कानून और व्यवस्था के मुद्दों पर और विस्तार से चर्चा की, जिसमें वाईएसआरसीपी एमएलसी अनंत सत्य उदय भास्कर द्वारा एक चालक की कथित हत्या सहित विशिष्ट घटनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने दावा किया कि ऐसी घटनाएं रेड्डी के प्रशासन के तहत कानून और व्यवस्था के टूटने का उदाहरण थीं। नायडू ने वाईएसआरसीपी नेताओं पर जनता को नियंत्रित करने और राजनीतिक विरोधियों को लक्षित करने के लिए भय और धमकी का उपयोग करने का भी आरोप लगाया।
मीडिया दमन के आरोप
चंद्रबाबू नायडू ने जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार पर मीडिया की स्वतंत्रता को दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि पत्रकारों को परेशान किया गया और सरकार की आलोचना करने वाले मीडिया आउटलेट्स के खिलाफ मामले दर्ज किए गए। नायडू के अनुसार, यह दमन असहमति को दबाने और कथा को नियंत्रित करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा था।
नायडू की युवाओं से अपील
नायडू ने अपने बयान को समाप्त करते हुए आंध्र प्रदेश के युवाओं से नशीली दवाओं की लत में न फंसने की अपील की। उन्होंने अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त रुख की आवश्यकता पर जोर दिया और आश्वासन दिया कि उनका प्रशासन कानून और व्यवस्था बहाल करने के लिए निर्णायक कार्रवाई करेगा।
निष्कर्ष
चंद्रबाबू नायडू द्वारा जगन मोहन रेड्डी की पाब्लो एस्कोबार से तुलना पिछली सरकार के शासन की तीव्र आलोचना थी। आंध्र प्रदेश को अवैध गतिविधियों का केंद्र बनाने और मीडिया की स्वतंत्रता को दबाने के आरोप चिंता पैदा करते हैं। जैसे-जैसे राजनीतिक तनाव बढ़ता है, कानून और व्यवस्था, शासन और मीडिया की स्वतंत्रता पर ध्यान केंद्रित करना आंध्र प्रदेश में महत्वपूर्ण मुद्दे बने रहेंगे।
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