हाल ही में, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की फ्लोरिडा के मार-ए-लागो एस्टेट में मेज़बानी की। यह बैठक शुक्रवार को आयोजित की गई थी, और यह अमेरिका और इजरायल के बीच चल रही जटिल संबंधों को उजागर करती है। इस लेख में, हम उनकी मुलाकात के प्रभाव, उनके रिश्ते की पृष्ठभूमि, और इसके अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति पर संभावित प्रभावों की चर्चा करेंगे।
ट्रम्प और नेतन्याहू: ऐतिहासिक संदर्भ
डोनाल्ड ट्रम्प और बेंजामिन नेतन्याहू के बीच वर्षों से एक गर्म संबंध रहा है। ट्रम्प की अध्यक्षता के दौरान इजरायल के पक्ष में महत्वपूर्ण नीतिगत बदलाव किए गए, जैसे कि अमेरिकी दूतावास को तेल अवीव से जेरूसलेम में स्थानांतरित करना। यह कदम कई कंजर्वेटिव्स का दीर्घकालिक लक्ष्य था और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में एक प्रमुख विवाद का बिंदु बना।
नेतन्याहू की मार-ए-लागो यात्रा डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात के बाद हुई। इस यात्रा का समय 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की ओर इशारा करता है, जो राजनीतिक जोड़-तोड़ और कूटनीतिक संतुलन को उजागर करता है।
बैठक: मुख्य बिंदु
मार-ए-लागो में हुई बैठक के दौरान, ट्रम्प और नेतन्याहू ने मध्य पूर्व में चल रहे मुद्दों, विशेष रूप से गाजा संघर्ष पर चर्चा की। ट्रम्प, जो 2024 राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन नामांकित व्यक्ति हैं, ने नेतन्याहू के साथ अपने रिश्ते की मजबूती को दोहराया। उन्होंने किसी भी तनाव की धारणा को खारिज कर दिया, और अपने राष्ट्रपति पद के दौरान की गई नीतियों का हवाला दिया।
नेतन्याहू ने अपनी यात्रा के दौरान गाजा में सीजफायर की संभावना पर आशा व्यक्त की। उन्होंने स्थिति की जटिलताओं को स्वीकार किया लेकिन समाधान की संभावना पर आशावादी रहे।
आलोचना और कूटनीतिक तनाव
इस यात्रा के दौरान ट्रम्प ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की आलोचना की, जिन्होंने गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाई के मानवीय प्रभाव पर सार्वजनिक चिंता व्यक्त की थी। ट्रम्प ने हैरिस की टिप्पणियों को अपमानजनक बताया, जो अमेरिका के घरेलू राजनीति में विदेशी नीति से संबंधित विवाद को उजागर करता है।
हैरिस ने नेतन्याहू के साथ बातचीत के दौरान गाजा में मानवीय संकट पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने अमेरिका की नीति में संभावित बदलाव की ओर इशारा किया।
नेतन्याहू की कांग्रेस में स्पीच
नेतन्याहू ने अमेरिकी कांग्रेस को दिए अपने भाषण में इजरायल की सैन्य कार्रवाई का बचाव किया और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया की आलोचना की। उन्होंने ट्रम्प के इजरायल के लिए समर्थन की सराहना की, विशेष रूप से अमेरिकी दूतावास को जेरूसलेम में स्थानांतरित करने के फैसले की।
गाजा में वर्तमान स्थिति
गाजा संघर्ष, जो 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले के बाद बढ़ गया था, अब भी गंभीर है। इजरायली सूत्रों के अनुसार, मिलिटेंट समूहों के बीच भारी मौतें और बंधकों की संख्या में वृद्धि हो रही है। मानवीय स्थिति और भी खराब हो रही है।
अमेरिका-इजरायल संबंधों के लिए प्रभाव
ट्रम्प और नेतन्याहू के बीच हाल की बातचीत अमेरिका-इजरायल संबंधों के बदलते स्वरूप को दर्शाती है। 2024 के चुनाव के नजदीक आते ही, अमेरिका और इजरायल के बीच रिश्ते वैश्विक और क्षेत्रीय नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इन बातचीत के परिणाम दोनों देशों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय पर लंबे समय तक प्रभाव डाल सकते हैं।
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