सरकार ने RSS पर प्रतिबंध हटाया, कांग्रेस ने आलोचना की

आख़िर तक
2 Min Read
सरकार ने RSS पर प्रतिबंध हटाया, कांग्रेस ने आलोचना की

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के RSS के साथ जुड़ाव पर लगे दशकों पुराने प्रतिबंध को हटा दिया है। इस कदम ने कांग्रेस पार्टी की आलोचना को प्रेरित किया है, जो इसे धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों का उल्लंघन मानती है।

ऐतिहासिक संदर्भ 1948 में महात्मा गांधी की हत्या के बाद RSS को एक अवैध संगठन घोषित किया गया था। बाद में यह प्रतिबंध हटा लिया गया था, लेकिन 1966 में इसे पुनः लागू किया गया था ताकि सरकारी कर्मचारी RSS गतिविधियों में भाग न लें।

सरकार का निर्णय कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) द्वारा 9 जुलाई, 2024 को जारी एक आदेश ने सरकारी कर्मचारियों के RSS गतिविधियों में भाग लेने पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर इस आदेश को साझा किया और सरकार के फैसले की आलोचना की।

कांग्रेस की आलोचना रमेश ने तर्क दिया कि प्रतिबंध धर्मनिरपेक्षता को बनाए रखने के लिए आवश्यक था। उन्होंने ऐतिहासिक संदर्भ और RSS द्वारा दी गई जिम्मेदारी की गारंटी को उजागर किया। रमेश के अनुसार, प्रतिबंध को हटाना धर्मनिरपेक्ष नीतियों से एक प्रस्थान है।

भाजपा का बचाव विपरीत में, भाजपा ने इस कदम का स्वागत किया। भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने तर्क दिया कि मूल प्रतिबंध असंवैधानिक था और इसे कभी भी लागू नहीं किया जाना चाहिए था। उन्होंने सरकार के फैसले की प्रशंसा की और इसे ऐतिहासिक गलत को सही करने का कदम बताया।

RSS पर प्रतिबंध हटाने से राजनीतिक बहस फिर से शुरू हो गई है। यह कदम मिश्रित प्रतिक्रियाओं को प्रेरित कर रहा है, जो भारत में धर्मनिरपेक्ष और राष्ट्रवादी विचारधाराओं के बीच तनाव को दर्शाता है।


Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

author avatar
आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
Leave a Comment

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

करवा चौथ: महत्व और उत्सव खोया हुआ मोबाइल कैसे ढूंढे: आसान और तेज़ तरीके