आखिर तक – शॉर्ट्स में:
- पूनम महाजन ने पिता प्रमोद महाजन की हत्या में षड्यंत्र का शक जताया।
- उन्होंने केंद्र और राज्य के गृह मंत्रियों से जांच की मांग की है।
- प्रमोद महाजन की हत्या उनके भाई प्रवीण महाजन ने 2006 में की थी।
- प्रवीण महाजन को उम्रकैद की सजा हुई थी।
- पूनम का मानना है कि हत्या से जुड़ी और भी गहरी साजिशें हो सकती हैं।
आखिर तक – विस्तार से:
पूर्व बीजेपी सांसद पूनम महाजन ने अपने पिता और बीजेपी नेता प्रमोद महाजन की हत्या पर एक बड़े षड्यंत्र का शक जताया है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर जांच की मांग करेंगी। पूनम महाजन का मानना है कि 2006 में हुई इस घटना के पीछे कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं जो अब तक सामने नहीं आए हैं।
घटना की पृष्ठभूमि
22 अप्रैल 2006 को मुंबई के वर्ली स्थित प्रमोद महाजन के आवास पर एक विवाद के बाद उनके भाई प्रवीण महाजन ने उन्हें गोली मार दी थी। इस घटना के बाद प्रवीण ने खुद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और उन्हें अक्टूबर 2007 में उम्रकैद की सजा सुनाई गई। इस मामले को उस समय पारिवारिक विवाद के रूप में देखा गया था।
पूनम महाजन के संदेह
हाल ही में एक इंटरव्यू में पूनम ने खुलासा किया कि घटना के समय उनकी उम्र और परिस्थितियाँ ऐसी थीं कि वे अपनी शंका व्यक्त नहीं कर सकीं। लेकिन समय के साथ उन्होंने महसूस किया कि उनके पिता की हत्या के पीछे कुछ और भी हो सकता है। उन्होंने पहले भी इस बात के संकेत दिए थे कि यह घटना केवल पारिवारिक विवाद से जुड़ी नहीं थी, बल्कि इसके पीछे कोई और बड़ी योजना भी हो सकती है।
जांच की मांग
अब जब बीजेपी की सरकार केंद्र और राज्य दोनों जगह सत्ता में है, पूनम महाजन का मानना है कि यह समय इस मामले की फिर से जांच कराने का है। वे अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर मांग करेंगी कि प्रमोद महाजन की हत्या की विस्तृत जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
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