१. आखिर तक – संक्षेप में (Aakhir Tak – In Shorts):
- उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में मतदाता पहचान जांच को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ है।
- समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा अवैध रूप से मतदाता और आधार कार्डों की जांच की जा रही है।
- चुनाव आयोग ने सात पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
- आयोग ने निष्पक्ष और सुचारू मतदान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
- समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है।
२. आखिर तक – गहराई से (Aakhir Tak – In Depth):
उत्तर प्रदेश में चल रहे नौ विधानसभा सीटों के उपचुनावों में मतदाता पहचान जांच को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। समाजवादी पार्टी (सपा) के आरोपों के बाद चुनाव आयोग ने हस्तक्षेप किया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि पुलिस अधिकारी अवैध रूप से मतदाता और आधार कार्डों की जांच कर रहे हैं और कुछ समुदायों को मतदान से रोका जा रहा है। उन्होंने चुनाव आयोग से तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है।
अगर निर्वाचन आयोग का कोई जीता-जागता अस्तित्व है तो वो जीवंत होकर, प्रशासन के द्वारा वोटिंग को हतोत्साहित करने के लिए तुरंत सुनिश्चित करे:
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 20, 2024
– लोगों की आईडी पुलिस चेक न करे।
– रास्ते बंद न किये जाएं।
– वोटर्स के आईडी ज़ब्त न किये जाएं।
– असली आईडी को नक़ली आईडी बताकर जेल… pic.twitter.com/4Qddtlgc19
“हमने कई शिकायतें दर्ज कराई हैं। ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग की समझदारी कम हो गई है। इतनी शिकायतों के बावजूद न तो वह देख सकता है और न ही सुन सकता है। भाजपा ये उपचुनाव वोट से नहीं बल्कि ‘खोट’ से जीतना चाहती है। हार के डर से भाजपा प्रशासन पर बेईमानी करने का दबाव डाल रही है,” अखिलेश यादव ने कहा।
चुनाव आयोग ने इस मामले में गंभीरता से लिया है और एक बयान जारी कर कहा है कि किसी भी योग्य मतदाता को मतदान से रोका नहीं जाना चाहिए। आयोग ने सात पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारियों और रिटर्निंग अधिकारियों को निष्पक्ष और सुचारू मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
“सभी शिकायतों का तुरंत संज्ञान लें और तुरंत कार्रवाई करें। इसके साथ ही, सोशल मीडिया पर उन्हें टैग करके शिकायतकर्ता को की गई कार्रवाई के बारे में सूचित करें,” चुनाव आयोग के निर्देश हैं।
इस बीच, भाजपा ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है और चुनाव आयोग से बुर्का पहने मतदाताओं की जांच तेज करने का आग्रह किया है। ग़ाज़ियाबाद, कातेहरी, खैर, कुंडर्की, करहल, मजहवान, मीरपुर, फूलपुर और सिसामऊ सहित नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव जारी हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इस मामले पर नज़र रखने के निर्देश दिए हैं।
३. याद रखने योग्य मुख्य बातें (Key Takeaways to Remember):
उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में मतदाता पहचान जांच को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ है, जिस पर चुनाव आयोग ने सख्त कार्रवाई की है। समाजवादी पार्टी के आरोपों के बाद, आयोग ने सात पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया है और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। यह UP उपचुनाव में मतदान प्रक्रिया की ईमानदारी को लेकर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
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