स्वदेशी एलएलएम: सर्वम एआई बनाएगा भारत का पहला मॉडल

आख़िर तक
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स्वदेशी एलएलएम: सर्वम एआई बनाएगा भारत का पहला मॉडल

आख़िर तक – एक नज़र में

  • भारत सरकार ने देश का पहला स्वदेशी एलएलएम बनाने के लिए सर्वम एआई को चुना है।
  • यह पहल इंडियाएआई मिशन का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य ChatGPT जैसे मॉडलों से प्रतिस्पर्धा करना है।
  • सर्वम एआई को इस फाउंडेशन मॉडल को शून्य से विकसित करने के लिए कंप्यूटिंग संसाधन मिलेंगे।
  • यह मॉडल तर्क क्षमता युक्त, वॉयस-केंद्रित और भारतीय भाषाओं में कुशल होगा।
  • सर्वम एआई इस परियोजना के लिए आईआईटी मद्रास के एआई4भारत के साथ सहयोग कर रहा है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

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भारत का अपना चैटजीपीटी: सर्वम एआई को मिली जिम्मेदारी

भारत ने अपना घरेलू आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल बनाने की महत्वाकांक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह मॉडल ChatGPT और DeepSeek जैसे वैश्विक दिग्गजों को टक्कर देगा। सरकार ने देश का पहला स्वदेशी एलएलएम (लार्ज लैंग्वेज मॉडल) विकसित करने के लिए घरेलू AI फर्म, सर्वम एआई का चयन किया है। यह भारत के AI भविष्य के लिए एक निर्णायक क्षण है।

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इंडियाएआई मिशन के तहत चयन

भारत सरकार पिछले कुछ महीनों से एक स्वदेशी एलएलएम की ओर इशारा कर रही थी। याद दिला दें, इस साल की शुरुआत में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि 10 महीनों में एक AI मॉडल तैयार हो जाएगा। यह ChatGPT जैसे बड़े खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा करेगा। फरवरी में, पेरिस एआई शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था। उन्होंने बताया कि भारत अपना लार्ज लैंग्वेज मॉडल विकसित करने की राह पर है। अब देश इसे साकार करने के लिए कदम उठा रहा है। सरकार ने इंडियाएआई मिशन के तहत आखिरकार सर्वम एआई को भारत का सॉवरेन एआई आधारित स्वदेशी एलएलएम बनाने के लिए चुना है।

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स्वदेशी फाउंडेशन मॉडल का निर्माण

यह अपनी तरह का पहला कदम है। सर्वम एआई को पूरी तरह से शून्य से एक घरेलू फाउंडेशन मॉडल विकसित करने के लिए समर्पित कंप्यूटिंग संसाधन प्राप्त होंगे। आधिकारिक घोषणा के अनुसार, मॉडल में तर्क क्षमता होगी। यह वॉयस-केंद्रित होगा। भारतीय भाषाओं में धाराप्रवाह होगा। इसे पूरी आबादी में सुरक्षित, बड़े पैमाने पर परिनियोजन के लिए डिज़ाइन किया जाएगा।

बयान में आगे इस बात पर जोर दिया गया कि मॉडल “भारत में बनाया, तैनात और अनुकूलित किया जाएगा।” यह घरेलू बुनियादी ढांचे पर निर्भर करेगा। इसे “भारतीय प्रतिभा की एक नई पीढ़ी” द्वारा तैयार किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य रणनीतिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देना है। देश के भीतर नवाचार को बढ़ावा देना है। साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारत के दीर्घकालिक नेतृत्व को मजबूत करना है। यह स्वदेशी एलएलएम भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता का प्रतीक होगा।

सर्वम एआई की क्षमता और तीन मॉडल

सर्वम एआई, एक अग्रणी भारतीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी है। इसका मिशन भारत के लिए सॉवरेन एआई की नींव रखना है। यह जेनएआई (GenAI) को भारत के लिए एक वास्तविकता बनाना चाहता है। कंपनी ने भारतीय भाषाओं में कुशल फाउंडेशन मॉडल विकसित करने में पहले ही सिद्ध क्षमता का प्रदर्शन किया है। घोषणा के दौरान, अश्विनी वैष्णव ने कहा, “हमें विश्वास है कि सर्वम के मॉडल वैश्विक मॉडलों के साथ प्रतिस्पर्धी होंगे।”

सर्वम एआई के सह-संस्थापक डॉ. प्रत्युष कुमार ने कहा, “हम एआई को आगे बढ़ाने में भारत सरकार के दृष्टिकोण और समर्थन के लिए उनके बहुत आभारी हैं।” उन्होंने आगे कहा, “भारत के लिए एक AI इकोसिस्टम बनाना हमेशा सर्वम के मिशन का मूल रहा है। जहां हमारा शोध, तकनीक और मॉडल निर्माताओं को देश के लिए समाधान बनाने के लिए सशक्त बनाते हैं।”

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सॉवरेन एलएलएम प्रस्ताव के हिस्से के रूप में, कंपनी तीन मॉडल वेरिएंट विकसित कर रही है:

  • सर्वम-लार्ज: उन्नत तर्क और सृजन के लिए।
  • सर्वम-स्मॉल: रीयल-टाइम इंटरैक्टिव अनुप्रयोगों के लिए।
  • सर्वम-एज: कॉम्पैक्ट ऑन-डिवाइस कार्यों के लिए।

यह स्वदेशी एलएलएम विभिन्न जरूरतों को पूरा करेगा।

राष्ट्रीय एआई इंफ्रास्ट्रक्चर और भविष्य

सर्वम के सह-संस्थापक डॉ. विवेक राघवन ने कहा, “हमें भारत का सॉवरेन मॉडल बनाने की जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उससे हम विनम्र हैं। हम ऐसा AI बनाने के लिए तैयार हैं जो देश के हर कोने तक पहुंचे।” उन्होंने कहा, “यह महत्वपूर्ण राष्ट्रीय AI इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारा लक्ष्य स्क्रैच से मल्टी-मॉडल, मल्टी-स्केल फाउंडेशन मॉडल बनाना है।” राघवन ने आगे कहा, “जब हम ऐसा करते हैं, तो अनुप्रयोगों का एक ब्रह्मांड खुल जाता है। नागरिकों के लिए, इसका मतलब ऐसे AI के साथ बातचीत करना है जो परिचित लगे, विदेशी नहीं। उद्यमों के लिए, इसका मतलब अपने डेटा को सीमाओं से परे भेजे बिना इंटेलिजेंस को अनलॉक करना है।”

सहयोग और विशेषज्ञता

सर्वम एआई इन मॉडलों को बनाने के लिए आईआईटी मद्रास स्थित एआई4भारत के साथ भी सहयोग कर रहा है। एआई4भारत भारतीय भाषा AI अनुसंधान में अग्रणी है। यह सहयोग स्वदेशी एलएलएम के विकास में महत्वपूर्ण विशेषज्ञता लाएगा।

आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • सरकार ने इंडियाएआई मिशन के तहत सर्वम एआई को पहला स्वदेशी एलएलएम बनाने हेतु चुना है।
  • यह फाउंडेशन मॉडल तर्कशील, वॉयस-केंद्रित और भारतीय भाषाओं में कुशल होगा।
  • सर्वम एआई तीन वेरिएंट्स (लार्ज, स्मॉल, एज) विकसित करेगा, जो विभिन्न उपयोगों के लिए होंगे।
  • इस पहल का लक्ष्य सॉवरेन एआई, रणनीतिक स्वतंत्रता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा है।
  • सर्वम एआई इस परियोजना के लिए आईआईटी मद्रास में एआई4भारत के साथ सहयोग करेगा।

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