एयर इंडिया की इमरजेंसी लैंडिंग पर कनाडाई सेना की मदद

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एयर इंडिया की इमरजेंसी लैंडिंग पर कनाडाई सेना की मदद

आख़िर तक – In Shorts

  1. Air India की फ्लाइट ने बम धमकी के कारण कनाडा के आर्कटिक शहर इक्वालिट में इमरजेंसी लैंडिंग की।
  2. -3°C तापमान में 211 यात्रियों को 17 घंटे तक इक्वालिट एयरपोर्ट पर रहना पड़ा।
  3. कनाडाई एयर फोर्स ने अंततः यात्रियों को शिकागो तक पहुंचाने के लिए सेना के विमान की मदद ली।

आख़िर तक – In Depth

कनाडा के आर्कटिक शहर इक्वालिट में स्थित छोटे से हवाई अड्डे पर मंगलवार की सुबह एक आपातकालीन स्थिति उत्पन्न हो गई, जब शिकागो जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI 127 ने बम धमकी के कारण आपात लैंडिंग की। फ्लाइट में 211 लोग सवार थे, जिनमें 20 क्रू मेंबर्स शामिल थे। हालांकि यह धमकी बाद में झूठी साबित हुई, फिर भी यात्रियों को -3°C के तापमान में 17 घंटे तक एयरपोर्ट पर बिताने पड़े।

इक्वालिट, जो कि लगभग 7,000 लोगों की आबादी वाला शहर है, इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों को संभालने में असमर्थ था। कनाडाई अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करनी पड़ी, और अंततः कनाडाई एयर फोर्स ने एक विमान भेजकर यात्रियों को शिकागो पहुंचाया। यह विमान लगभग 1.18 PM IST पर शिकागो पहुंचा।

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इक्वालिट का एयरपोर्ट द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना द्वारा बनाया गया था, और यह हवाई क्षेत्र आज भी छोटे विमान संचालन के लिए काम आता है। एयर इंडिया की इस इमरजेंसी लैंडिंग ने एक बार फिर इस दूरस्थ क्षेत्र की सीमाओं को उजागर किया, जहां यात्री सुविधाएं बेहद सीमित हैं।

इक्वालिट को कैनेडियन आर्कटिक का प्रवेशद्वार भी कहा जाता है। 1995 में, यह शहर एक जनमत संग्रह के बाद नुनावुत की राजधानी बना, जो उत्तरी कनाडा में इनुइट समुदाय की पहचान और स्वायत्तता का प्रतीक है। लेकिन अपनी भौगोलिक दूरियों के कारण, यहां जीवन-यापन की लागत बहुत अधिक है। उदाहरण के लिए, दूध की एक बोतल C$6.50 यानी लगभग ₹400 की पड़ती है।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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