मुकेश अंबानी ने खरीदे Nvidia AI चिप्स, भारत का सबसे बड़ा डेटा सेंटर बनाएंगे

आख़िर तक
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मुकेश अंबानी ने खरीदे Nvidia AI चिप्स, भारत का सबसे बड़ा डेटा सेंटर बनाएंगे

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. मुकेश अंबानी जामनगर, गुजरात में दुनिया का सबसे बड़ा डेटा सेंटर बनाने की योजना बना रहे हैं।
  2. रिलायंस इस परियोजना के लिए Nvidia AI चिप्स का इस्तेमाल करेगा।
  3. यह डेटा सेंटर लगभग तीन गीगावाट क्षमता का होगा, जो मौजूदा डेटा सेंटर्स से कई गुना बड़ा है।
  4. केंद्र मुख्य रूप से ग्रीन एनर्जी से संचालित होगा, जिससे लागत में कमी आएगी।
  5. इस कदम से भारत की एआई प्रौद्योगिकी में क्रांति आ सकती है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

जामनगर: एआई में भारत की नई क्रांति
मुकेश अंबानी, रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष, जामनगर, गुजरात में दुनिया का सबसे बड़ा डेटा सेंटर बनाने की योजना बना रहे हैं। इस परियोजना की अनुमानित क्षमता तीन गीगावाट होगी, जो मौजूदा वैश्विक डेटा सेंटर्स की क्षमता से कहीं अधिक है।

Nvidia AI चिप्स का उपयोग
इस परियोजना के लिए रिलायंस ने Nvidia से अत्याधुनिक एआई सेमीकंडक्टर चिप्स खरीदी हैं। ये हाई-परफॉर्मेंस चिप्स एआई मॉडल्स और जनरेटिव एआई प्लेटफॉर्म्स के जटिल गणना कार्यों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

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वैश्विक प्रतिस्पर्धा में बढ़त
टेक दिग्गज जैसे माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़ॅन और गूगल एआई इंफ्रास्ट्रक्चर पर भारी निवेश कर रहे हैं। अंबानी की यह पहल भारत को वैश्विक एआई बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाएगी।

ग्रीन एनर्जी का महत्व
डेटा सेंटर मुख्य रूप से ग्रीन एनर्जी से संचालित होगा। इसके लिए रिलायंस सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और हाइड्रोजन परियोजनाएं विकसित कर रहा है।

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खर्च और चुनौती
इस परियोजना पर अनुमानित $20-30 बिलियन का खर्च आएगा। हालांकि रिलायंस के पास $26 बिलियन की नकद राशि है, फिर भी इतनी बड़ी परियोजना के लिए अधिक धन जुटाना होगा।

उद्देश्य: एआई को सभी के लिए सुलभ बनाना
अंबानी का उद्देश्य एआई की लागत को कम करना और इसे भारत में सभी के लिए सुलभ बनाना है। यह पहल देश के एआई क्षेत्र को नई ऊंचाई तक ले जा सकती है।

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आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  1. जामनगर डेटा सेंटर की क्षमता तीन गीगावाट होगी।
  2. Nvidia चिप्स का उपयोग उन्नत एआई गणनाओं के लिए किया जाएगा।
  3. यह केंद्र मुख्य रूप से ग्रीन एनर्जी पर आधारित होगा।
  4. परियोजना की अनुमानित लागत $20-30 बिलियन है।
  5. भारत के एआई क्षेत्र में नई क्रांति की संभावना।

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