आख़िर तक – एक नज़र में
- चीन, जापान और दक्षिण कोरिया अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ एकजुट हो गए हैं।
- पांच साल बाद हुई पहली आर्थिक वार्ता में यह सहमति बनी है।
- तीनों देश आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने और व्यापार बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।
- एक त्रिपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की संभावना तलाशी जा रही है।
- यह कदम डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अपेक्षित नए टैरिफ घोषणा से पहले आया है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
एशिया की तीन प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं – चीन, जापान और दक्षिण कोरिया – ने आगामी अमेरिकी टैरिफ का मिलकर मुकाबला करने का फैसला किया है। चीनी सरकारी प्रसारक सीसीटीवी से जुड़े एक सोशल मीडिया अकाउंट पर सोमवार को साझा की गई पोस्ट के अनुसार, यह महत्वपूर्ण समझौता रविवार को संपन्न हुआ। यह कदम वैश्विक व्यापार परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण विकास है।
पांच साल बाद आर्थिक वार्ता और ट्रंप की टैरिफ नीति
तीनों देशों ने पांच साल के अंतराल के बाद अपनी पहली आर्थिक वार्ता आयोजित की। इन चर्चाओं का मुख्य फोकस क्षेत्रीय व्यापार संबंधों को मजबूत करना था। तीनों प्रमुख एशियाई निर्यातक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित किए जाने वाले अतिरिक्त टैरिफ के लिए तैयारी कर रहे हैं। ट्रंप ने 2 अप्रैल को “लिबरेशन डे” करार दिया है। उन्होंने अन्य देशों से आयात पर नए टैरिफ या कर लगाने का संकल्प लिया है। उनका कहना है कि इससे विदेशी वस्तुओं पर अमेरिकी निर्भरता कम होगी। उनकी योजना में ‘पारस्परिक टैरिफ’ लगाना शामिल है। यह उन शुल्कों को प्रतिबिंबित करेगा जो अन्य राष्ट्र अमेरिकी निर्यात पर लगाते हैं। ये अपेक्षित अमेरिकी टैरिफ अमेरिका और उसके व्यापारिक भागीदारों: चीन, जापान और दक्षिण कोरिया के बीच व्यापक व्यापार तनाव का हिस्सा हैं।
आपूर्ति श्रृंखला और सेमीकंडक्टर पर सहयोग
बैठक में आपूर्ति श्रृंखला सहयोग पर विशेष ध्यान दिया गया। यह नोट किया गया कि जापान और दक्षिण कोरिया चीन से सेमीकंडक्टर कच्चे माल का आयात करेंगे। वहीं, चीन जापान और दक्षिण कोरिया से चिप उत्पाद खरीदना चाहता है। यह सेमीकंडक्टर जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में आपसी निर्भरता को दर्शाता है।
चीनी सोशल मीडिया अकाउंट युयुआन तानतियान की एक पोस्ट में कहा गया है। तीनों देशों ने आपूर्ति श्रृंखला पर सहयोग गहरा करने पर सहमति व्यक्त की है। साथ ही, निर्यात नियंत्रणों पर बातचीत जारी रखने पर भी सहमति बनी है। इसका उद्देश्य अमेरिकी टैरिफ कार्रवाइयों से बढ़ते आर्थिक दबाव के बावजूद सुचारू व्यापार प्रवाह बनाए रखना है।
संभावित मुक्त व्यापार समझौता (FTA)
अमेरिकी व्यापार उपायों का मुकाबला करने के अलावा, एक और महत्वपूर्ण विकास हुआ। चीन, जापान और दक्षिण कोरिया के व्यापार मंत्रियों ने त्रिपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की संभावना तलाशी। मंत्रियों ने एक संभावित मुक्त व्यापार समझौते के माध्यम से क्षेत्रीय और वैश्विक व्यापार साझेदारी को आगे बढ़ाने पर मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की। यह समझौता तीनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को काफी बढ़ा सकता है। गठबंधन बनाने के ये प्रयास अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अतिरिक्त अमेरिकी टैरिफ की घोषणा से ठीक पहले हो रहे हैं। ट्रंप ने इसे वाशिंगटन की व्यापार नीतियों को बदलने के लिए अपनी “लिबरेशन डे” रणनीति का हिस्सा बताया है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- चीन, जापान और दक्षिण कोरिया ने अमेरिकी टैरिफ का संयुक्त रूप से जवाब देने पर सहमति व्यक्त की है।
- पांच साल बाद हुई आर्थिक वार्ता में आपूर्ति श्रृंखला और व्यापार संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- सेमीकंडक्टर व्यापार में सहयोग बढ़ाने पर विशिष्ट सहमति बनी है।
- तीनों देश एक त्रिपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की संभावना तलाश रहे हैं।
- यह एकता डोनाल्ड ट्रंप की अपेक्षित टैरिफ घोषणा की प्रतिक्रिया में देखी जा रही है।
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